पटना : बिहार की पूर्व उपमुख्यमंत्री रेणु देवी आज बीजेपी प्रदेश कार्यालय में प्रेस कांफ्रेंस की। उन्होंने कहा कि ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा एक सरकारी कार्यक्रम में सार्वजनिक मंच पर उद्घोषिका के स्पर्श करने और उनके मुंह के नजदीक पहुंचकर अभिवादन किए जाने की घटना की निंदा करते हुए कहा कि इस घटना से बिहार की महिलाएं अपमानित महसूस कर रही हैं। उन्होंने स्पष्ट कहा कि महागठबंधन के साथ जाने से नीतीश कुमार का मानसिक रोग और बिगड़ता जा रहा है।
भाजपा प्रदेश कार्यालय में आयोजित एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए पूर्व उपमुख्यमंत्री रेणु देवी ने कहा कि सीएम ने जिस तरह से मंच पर उद्घोषिका के साथ व्यवहार किया वह महिलाओं को आहत करने वाला है। उन्होंने कहा कि बिहार के लोगों ने सीएम को अभिभावक माना है और उनके द्वारा मनोरोगी की तरह व्यवहार किया जाना पीड़ा देने वाला है। उन्होंने कहा कि ऐसा व्यवहार किसी भी उद्घोषिका के साथ किया जाना शर्मसार करने वाली घटना है।
उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार द्वारा किए जा रहे ऐसे व्यवहार से महिलाओं को लज्जित होना पड़ रहा है। विधानमंडल के दोनों सदनों में प्रजनन दर के संबंध में महिलाओं पर दिए गए बयान की चर्चा आज गांवों तक में होती है। उन्होंने साफतौर पर कहा कि इसकी शुरुआत नीतीश कुमार ने एनडीए की सरकार में भाजपा की एक महिला विधायक के साथ की थी। अब महागठबंधन के साथ जाने के बाद उनका मानसिक रोग और बिगड़ता जा रहा है।
पूर्व उप मुख्यमंत्री ने कहा कि सदन में महिलाओं पर की गई टिप्पणी के लिए सार्वजनिक तौर पर सीएम को माफी मांगनी पड़ी थी। इसके बाद भी उनका महिलाओं के प्रति व्यवहार नहीं बदला। उन्होंने कहा कि सीएम का मानसिक इलाज होना चाहिए। इस पर अब चिंता करने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि जिस तरह सीएम ने उद्घोषिका के साथ स्पर्श किया वह छेड़खानी है। पूर्व उपमुख्यमंत्री ने कहा कि नीतीश कुमार इंडी गठबंधन के सूत्रधार बनने चले थे लेकिन वहां न माया मिली न राम मिले। ऐसे दबाव की स्थिति में उनका बीमार होना स्वाभाविक है।
रेणु देवी ने नीतीश कुमार को नसीहत देते हुए कहा कि आप एक संवैधानिक पद पर बैठे हैं और आपके द्वारा महिलाओं को इस तरह बार बार अपमानित करना शोभा नहीं देता है। इस प्रेसवार्ता को संबोधित करते हुए विधायक श्रेयसी सिंह ने कहा कि एक बिहारी और महिला होने के नाते सीएम के इस तरह के व्यवहार से सिर शर्म से झुक जाता है। उन्होंने कहा कि संवैधानिक पद पर बैठे व्यक्ति को मर्यादा समझनी चाहिए। उन्होंने कहा कि आज देश का नेतृत्व कर रहे मोदी के कारण जिस तरह देश की चर्चा हो रही उससे गर्व होता है लेकिन जब बिहार के सीएम के व्यवहार की चर्चा होती है तो शर्म से सिर झुक जाता है।
उन्होंने हालांकि यह भी कहा कि आज जिन लोगों के साथ नीतीश हैं उनके दबाव को वे झेल नहीं पा रहे हैं जिस कारण उनकी ऐसी हरकतें सामने आ रही हैं। विधायक श्रेयसी सिंह ने कहा कि इस व्यवहार के लिए सीएम एकबार फिर से माफी मांगे। आज महिला सशक्तिकरण एक नारा नहीं रह गया बल्कि धरातल पर उतर रहा है। उन्होंने नीतीश कुमार से आग्रह करते हुए कहा कि महिलाओं का सम्मान आपके लिए भी जरूरी है, अगर नहीं हो पाता है तो आप सीएम पद से इस्तीफा दे दीजिए।
प्रेसवार्ता में रीता शर्मा, सुहेली मेहता और अनामिका पासवान उपस्थित रही।
कुमार गौतम की रिपोर्ट