Dhanbad- लोकनायक जयप्रकाश नारायण (जेपी) को उनकी 120वीं जयंती के मौके पर याद किया गया. बैंक मोड़ स्थित जेपी प्रतिमा स्थल पर जेपी के विचार से प्रेरित लोगों का जुटान हुआ.
जिसके बाद उन्हें श्रद्धांजलि दी गई. इस अवसर पे जेपी के अनुयायी, राजनेता और सामाजिक संगठनों के लोग जुटे. प्रतिमा पर माल्यार्पण किया गया. सभी ने बारी-बारी से पुष्प अर्पित किया, साथ ही सबों ने जेपी की नीतियों और सिद्धांतों पर चलने की शपथ भी ली.
दूसरी आजादी के नायक थें लोकनायक जयप्रकाश नारायण
वहीं जेपी आंदोलन से जुड़े नेता एवं जेपी स्मारक समिति के सचिव लाल वर्मा ने बताया
कि संपूर्ण भारत वर्ष में आजादी के बाद दूसरी आजादी का
आगाज लोकनायक जयप्रकाश नारायण के नेतृत्व में किया गया था
तत्कालीन इंदिरा गांधी सरकार के खिलाफ और
इस आंदोलन ने देश की सत्ता से तत्कालीन केंद्र सरकार को उखाड़ फेंका
और पहली बार गैर कांग्रेसी सरकार केंद्र में मोरारजी देसाई के नेतृत्व में बनी.
हालांकि लोकनायक को भी प्रधानमंत्री पद का ऑफर दिया गया था.
लेकिन उन्होंने अस्वीकार कर दिया था.
उनके आंदोलन से उपजे नेताओं ने सत्ता सुख तो बहुत भोगा
लेकिन उनके बताए कर्तव्यों एवं मार्ग का अनुसरण नहीं किया।