पटना: मकर संक्रांति यानि दही चूड़ा का बिहार में अपना एक अलग ही महत्व है। बिहार में मकर संक्रांति की तैयारी अभी से शुरू हो गई है। इस अवसर पर बिहार की विभिन्न राजनीतिक दल भी दही चूड़ा के भोज का आयोजन करती है जिसमें पक्ष विपक्ष सभी नेताओं को आमंत्रित करती हैं। बिहार में मकर संक्रांति का राजनीति से भी बड़ा रिश्ता है।
इस वर्ष बिहार में विधानसभा चुनाव भी और ऐसे में राज्य की राजनीतिक महकमे में कई बार हड़कंप भी मचने की संभावना बनी हुई है। मकर संक्रांति के अवसर पर राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री पशुपति कुमार पारस भी अपने आवास पर चूड़ा दही के भोज का आयोजन करने जा रहे हैं। वे अपने आवास पर आगामी 15 जनवरी को चूड़ा दही का भोज आयोजित करेंगे।
पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता श्रवण अग्रवाल ने कहा कि पशुपति पारस शुक्रवार को पटना आयेंगे और इसके बाद वे खुद ही राज्यपाल, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, लालू यादव, तेजस्वी यादव से मुलाकात कर उन्हें भोज के लिए आमंत्रित करेंगे जबकि प्रदेश अध्यक्ष प्रिंस पासवान दोनों उप मुख्यमंत्री समेत सभी पार्टियों के प्रदेश अध्यक्ष को आमंत्रित करने के लिए मुलाकात करेंगे।
वहीं श्रवण अग्रवाल ने केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान को आमंत्रित करने के सवाल पर कहा कि दही चूड़ा का भोज बिहारी अस्मिता को दर्शाता है जबकि चिराग पासवान बिहार नहीं हैं। वे सिर्फ बिहार फर्स्ट, बिहार फर्स्ट का नारा देते हैं लेकिन वे खुद बिहारी नहीं हैं इसलिए पार्टी ने निर्णय लिया है कि उन्हें निमंत्रण नहीं दिया जायेगा।
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