धनबादः संघ किसी को कहीं जाने से नहीं रोकता और न ही किसी को आने को कहता है। संघ हिंदुओं का संगठन है, हिन्दू कैसे इस देश के लिए खड़ा हो, संघ इस बात की चिंता करता है। बिहार-झारखण्ड के प्रांतीय प्रचारकों की बैठक के दूसरे दिन सह प्रांतीय कार्यवाह राकेश लाल ने ये बातें कही । उन्होने कहा कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ किसी जाति के नाम पर किसी को अपना अथवा पराया नहीं मानती, संघ में सभी अपने हैं। यहां किसी को पता ही नहीं चलता कि उसके साथ कबड्डी खेलने वाला शख्स किस जाति का है। बता दें कि राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के संघचालक मोहन भागवत की मौजूदगी में बिहार-झारखण्ड के प्रांतीय प्रचारकों की तीन दिवसीय बैठक चल रही है ।
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हिन्दू कैसे इस देश के लिए खड़ा हो, संघ इस बात की चिंता करता है
दिग्विजय सिंह के द्वारा संघ की तुलना तालिबान से किए जाने पर सह प्रांतीय कार्यवाह राकेश लाल जी ने कहा कि समुद्र की तुलना समुद्र से की जा सकती है, आसमान की तुलना आसमान से संघ की तुलना किसी दूसरे संगठन से नहीं की जा सकती। झारखंड विधानसभा भवन में नमाज कक्ष आवंटन के मामले पर भी संघ की तरफ से कोई ऐसी प्रतिक्रिया व्यक्त नहीं की गई, लेकिन इतना जरूर कहा कि मामले में जब निर्णय आयेगा तब देखा जायेगा।
धर्मांतरण के मुद्दे पर कहा कि संघ किसी को कहीं जाने से नहीं रोकता और किसी को आने को नहीं कहता। संघ हिन्दुओं का संगठन है, हिन्दू कैसे इस देश के लिए खड़ा हो, संघ इस बात की चिंता करता है। यह पूछे जाने पर कि झारखंड समेत अन्य राज्यों में भाजपा कैसे मजबूत हो, क्या इस पर किसी तरह की चर्चा हुई? सह प्रांतीय कार्यवाहक राकेश लाल जी इस मद्दे से बचते नजर आए और कहा कि यह प्रश्न पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष से किया जाना चाहिए। संघ न सिर्फ समाज बल्कि प्रकृति के संरक्षण के लिए भी कार्य करता रहा है, इसी को और आगे बढ़ाते हुए देश के किसानों के बीच जाकर पंचग्वय का प्रयोग करने और रासायनिक खाद के दुष्परिणामों से अवगत कराया जा रहा है। ज्यादा से ज्यादा पेड़ लगाने के लिए आम लोगों में जागरुकता पैदा की जा रही है।
तीन दिवसीय प्रांतीय प्रचारकों की बैठक में धनबाद में है सर संघचालक
गिलोय, तुलसी, पीपल आदि लगाने के लिए कार्यक्रम किये जा रहे हैं और भूमि सुपोषण कर प्रकृति वंदना का अभियान चलाया जा रहा है। प्रांतीय संघचालक सच्चिदानन्द ने कहा कि अपने पूरे परिवार के साथ आसपास की भूमि की पूजन करें, क्योंकि उसी भूमि की वजह से ही हम सबका भरण-पोषण हो रहा है। मौके पर काफी संख्या में लोगों ने भूमि सुपोषण प्रकृति वंदना कार्यक्रम के लिए ऑनलाइन निबंधन करवाया।
छोटे-छोटे बच्चों के हाथ में मोबाइल आ जाने पर कहा गया कि बच्चे किस प्रकार मोबाइल का इस्तेमाल करेंगे यह उनेक घर के संस्कार निर्भर करता है। अभिभावकों से बच्चों के साथ बैठकर बच्चों में संस्कारित करें, यदि बच्चे संस्कारित होंगे तब वह किसी भी आधुनिक गजट का बेहतर इस्तेमाल कर सकेंगे। बता दें कि रविवार को कार्यक्रम का अंतिम दिन है, रविवार को सर संघचालक मोहन भागवत धनबाद के बुद्धिजीवियों और जनप्रतिनिधियों के साथ विमर्श करेंगे।