डिजीटल डेस्क : Baba Siddiqui की मौत पुष्ट करने को आधे घंटे मुंबई के लीलावती अस्पताल में रुका था शूटर शिवा। महाराष्ट्र में बीते अक्टूबर माह में एनसीपी नेता बाबा सिद्दीकी की हत्या के मामले में यूपी के बहराइच से 4 साथियों संग गिरफ्तार शूटर शिव कुमार गौतम उर्फ शिवा ने चौंकाने वाला खुलासा किया है।
मुंबई क्राइम ब्रांच टीम को पूछताछ में शिवा ने बताया कि एनसीपी नेता बाबा सिद्दीकी को शूट करने के बाद उनकी मौत की पुष्टि के लिए वह उस लीलावती अस्पताल में आधे घंटे तक रुका रहा था जहां उपचार के लिए घायलावस्था में बाबा सिद्दीकी को ले जाया गया था।
बीते 12 अक्टूर की रात फायरिंग में गंभीर रूप से घायल एनसीपी नेता के मरने की पुष्टि होते ही वह लीलावती अस्पताल से बाहर निकला था।
लीलावती से निकलकर कुर्ला, थाणे होकर पुणे पहुंचा था शिवा
मुंबई क्राइम ब्रांच को पूछताछ में पता चला है कि बीते 12 अक्टूबर को एनसीपी नेता बाबा सिद्दीकी की मौत की पुष्टि के लिए शिव कुमार गौतम उर्फ शिवा लीलावती हॉस्पिटल में कुल करीब 30 मिनट तक रुका रहा था।
क्राइम ब्रांच को दिए बयान में शिवा ने बताया है कि अस्पताल के बाहर वह काफी समय तक वहां रुका रहा और एनसीपी नेता की हालत का अपडेट लिया ताकि पता चले कि कहीं बाबा सिद्दीकी के बचने की संभावना तो नहीं है?
जब बाबा सिद्दीकी के बचने की संभावना नहीं होने की जानकारी कंफर्म हुई तो वह लीलावती अस्पताल से बाहर निकला और रिक्शा पकड़कर कुर्ला स्टेशन गया। वहां से उसने थाणे के लिए एक लोकल ट्रेन पकड़ी और फिर एक्सप्रेस ट्रेन से थाणे से पुणे को रवाना हुआ और उसी दौरान रास्ते में ही उसे अपने मोबाइल पर बाबा सिद्दीकी की मौत की पुष्ट जानकारी मिली।
लीलावती अस्पताल से पहले दोबारा वारदात-स्थल पहुंचा था शिवा और 20 मिनट रुका…
यही नहीं, पूछचाछ मुंबई क्राइम ब्रांच को गिरफ्तार शूटर शिवकुमार गौतम उर्फ शिवा ने बताया कि एनसीपी नेता बाबा सिद्दीकी को गोली मारने के बाद अपनी शर्ट बदली थी। उसके बाद वह वारदात-स्थल पर वापस पहुंचा था और करीब 20 मिनट तक वहां मचे अफरातफरी की स्थिति का मुआयना किया। फिर वह ऑटो पकड़कर लीलावती अस्पताल पहुंचा था।
अस्पताल से वापस लौटकर शिवा को आगे के प्लानिंग को भी पूरा करना था और उस क्रम में उसे साथी शूटर धर्मराज कश्यप और गुरमेल सिंह से उज्जैन रेलवे स्टेशन पर मिलना था जहां बिश्नोई गिरोह का एक सदस्य उन्हें वैष्णो देवी ले जाने वाला था। लेकिन वह योजना विफल हो गई क्योंकि घटनास्थल पर ही अन्य दो शूटर पकड़ लिए गए थे।
उसके बाद शिवा ने पुणे से निकला और उत्तर प्रदेश की ओर जाने वाली ट्रेन में सवार हुआ जिससे वह मनमाड, उज्जैन, झांसी से होते हुए लखनऊ पहुंचा। फिर लखनऊ से सरकारी बस से बहराइच पहुंचा और तुरंत ही नेपाल जाकर छिपा। कुछ दिनों बाद माहौल धीरे-धीरे सामान्य होता देख गांव लौटा था और फिर नेपाल जा रहा था कि तभी दबोच लिया गया।