रांची: रांची में आज आदिवासी संगठनों द्वारा बंद का आयोजन किया गया, जिसका शहर में व्यापक असर देखने को मिला। सिरम टोली सरना स्थल के सामने बने फ्लाईओवर के रैंप को हटाने की मांग को लेकर विभिन्न आदिवासी संगठनों ने सड़कों पर उतरकर विरोध प्रदर्शन किया।
बंद को देखते हुए प्रशासन ने सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए हैं और शहर में 1000 से अधिक पुलिसकर्मियों की तैनाती की गई है। कांटा टोली चौक समेत कई प्रमुख चौक-चौराहों को बंद समर्थकों ने मानव श्रृंखला बनाकर अवरुद्ध कर दिया, जिससे यातायात प्रभावित हुआ। हालांकि, आवश्यक सेवाओं जैसे एंबुलेंस और परीक्षा देने जा रहे विद्यार्थियों को आने-जाने की अनुमति दी गई।
बंद के कारण राजधानी रांची में कई स्कूलों की पीटीएम स्थगित कर दी गई, लेकिन सीबीएसई और आईसीएसई बोर्ड परीक्षाओं को देखते हुए कुछ स्कूल खुले रहे।
बंद समर्थकों का कहना है कि फ्लाईओवर का रैंप आदिवासियों के धार्मिक आस्था के केंद्र, केंद्रीय सरना स्थल, के पास बनाया गया है, जिससे सरहुल पर्व और अन्य धार्मिक आयोजनों में बाधा उत्पन्न होगी। आदिवासी संगठनों ने पूर्व में सरकार से कई बार इस रैंप को हटाने की मांग की थी, लेकिन कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई।
आंदोलनकारियों ने चेतावनी दी है कि यदि उनकी मांग नहीं मानी गई तो वे राज्यव्यापी आंदोलन करेंगे और झारखंड बंद का आह्वान किया जाएगा। अब देखना होगा कि सरकार इस पर क्या रुख अपनाती है, क्योंकि सरहुल पर्व मात्र एक सप्ताह दूर है और इसे लेकर आदिवासी समाज में नाराजगी बढ़ती जा रही है।