डिजिटल डेस्क : SIT ने छत्तीसगढ़ के पत्रकार मर्डर केस के मुख्य आरोपी को हैदराबाद से दबोचा। छत्तीसगढ़ में बीजापुर के पत्रकार मुकेश चंद्राकर की हत्या मामले में मुख्य आरोपी सुरेश चंद्राकर को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक, बीजापुर के पत्रकार मुकेश चंद्राकर की हत्या के बाद से फरार चल रहे ठेकेदार को बीती रात SIT की टीम ने हैदराबाद से गिरफ्तार किया है। उसे SIT अपने साथ बीजापुर ला रही है जहां आगे की कार्रवाई की जाएगी।
कॉल डिटैल्स और 200 सीसीटीवी कैमरों के फुटेज से मिला सुराग…
प्राप्त जानकारी के मुताबिक, आरोपी को पकड़ने के लिए लगभग 300 मोबाइल के कॉल डिटैल्स और 200 सीसीटीवी कैमरों के फुटेज खंगाले गए। फिर पता चला कि वह हैदराबाद में छिपा है। उसके बाद बीजापुर और SIT की एक टीम हैदराबाद पहुंची और उसे गिरफ्तार कर लिया।
बताया जा रहा है कि मुख्य आरोपी सुरेश चंद्राकर हैदराबाद में अपने ड्राइवर के ठिकाने पर छुपा हुआ था। छत्तीसगढ़ में बीजापुर के पत्रकार मर्डर केस में पुलिस ने सुरेश चंद्राकर को ही मुख्य आरोपी बनाया है। कुल 11 सदस्यों की एसआईटी इस मामले की जांच कर रही है।

छत्तीसगढ़ के पत्रकार मर्डर केस में मुख्य आरोपी सुरेश चंद्राकर के दो सहयोगी पहले ही गिरफ्तार
बता दें कि SIT ने छत्तीसगढ़ के पत्रकार मर्डर केस में हैदराबाद से दबोचे गए मुख्य आरोपी सुरेश चंद्राकर के दो सहयोगियों को पहले ही गिरफ्तार कर लिया है। पहले रितेश चंद्राकर, सुपरवाइजर महेंद्र रामटेके और सबूत से छेड़छाड़ करने के मामले में दिनेश चंद्राकर को गिरफ्तार कर लिया है।

पुलिस के मुताबिक, एक जनवरी को सुरेश चंद्राकर के भाई रितेश ने पत्रकार को कॉल कर अपने ठिकाने पर बुलाया था. मुकेश चंद्राकर जब उनके बताए जगह पर पहुंचा तो सुपरवाइजर महेंद्र और भाई रितेश ने उसकी बेरहमी से हत्या कर दी। उसके शरीर पर चाकू से गंभीर वार किए गए थे। वारदात को अंजाम देने के बाद उसके शव को सेफ्टिक टैंक में डाल दिया था।

छत्तीसगढ़ के पत्रकार मर्डर केस का ब्योरा एकनजर में…
बता दें कि छत्तीसगढ़ के बीजापुर के पत्रकार मुकेश चंद्राकर ने बीजापुर में एक सड़क निर्माण में करोड़ों के भ्रष्टाचार का खुलासा किया था। उस सड़क के निर्माण का ठेका सुरेश चंद्राकर ने लिया था। मुकेश चंद्राकर ने सड़क निर्माण और उसके टेंडर की प्रक्रिया पर सवाल उठाए थे।
इसी बीच, बीते 1 जनवरी को पत्रकार मुकेश चंद्राकर की हत्या कर दी गई। वारदात को अंजाम सुरेश चंद्राकर के भाई रितेश चंद्राकर और सुपरवाइजर महेंद्र रामटेके ने दिया। पत्रकार की डेड बॉडी पुलिस को तीन दिन बाद सेप्टिक टैंक में मिली थी।
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