ARA : रिटायर्ड प्रोफेसर दंपती की हत्या मामले में पुलिस को अबतक कोई सुराग हाथ नहीं लगा है. सोमवार को रिटायर्ड प्रोफेसर दंपती महेंद्र सिंह और पुष्पा सिंह की अपराधियों ने चाकू मारकर निर्ममता से हत्या कर दी थी. आरा के कतीरा मोड़ इलाके में स्थित उनके घर में घुसकर वारदात को अंजाम दिया गया. शरीर पर पड़े चोट के निशान और आस पास पड़े खून के छींटे बता रहे हैं कि मौत से पहले प्रोफेसर महेंद्र सिंह ने खुद और पत्नी को बचाने की बहुत कोशिश की होगी. पुलिस के मुताबिक उनके सिर पर गंभीर चोट के निशान हैं.
रिटायर्ड प्रोफेसर: हत्या के एक दिन बाद भी पुलिस के हाथ खाली
प्रोफेसर महेंद्र सिंह भाजपा नेता भी थे और विधानसभा चुनाव में काराकाट से पार्टी के उम्मीद्वार भी रह चुके थे. वीर कुंवर सिंह विश्वविद्यालय में कई अहम पदों पर भी उन्होने अपना योगदान दिया. उनकी पत्नी पुष्पा सिंह आरा के ही महंत महादेवानंद महिला महाविद्यालय में मनोविज्ञान की प्रोफेसर रह चुकी थीं. मृत दंपती रोहतास जिले के अग्नि गांव के रहने वाले थे. उनकी तीन बेटियां हैं. इनमें से दो पुणे और एक लखनऊ में रहती है. कतीरा मोड़ स्थित फ्लैट में पति-पत्नी अकेले रहते थे.
बढ़ते अपराध को लेकर पुलिस की कार्यशैली पर उठ रहे सवाल
मामले का खुलासा तब हुआ फोन न उठाने पर मृत दंपती के
संबंधी उनके घर पहुंचे. उनकी बेटियों ने माता-पिता को फोन किया.
लेकिन कई बार फोन करने पर भी बात नहीं हो पायी तो उन्होंने
अपने परिजनों की इसकी जानकारी दी . इसके बाद परिवार के
लोगों ने घर का दरवाजा खोला तो सदमे में आ गए. पति-पत्नी
का खून से लथपथ शरीर पड़ा था. परिजनों ने तत्काल इसकी
सूचना नवादा थाना पुलिस को दी जिसके बाद पुलिस
वहां पहुंची और मामले की छानबीन शुरू की.
रिटायर्ड प्रोफेसर दंपती की हत्या के बाद से आस-पास
रहने वाले ही नहीं पूरे शहर के लोग सदमे में हैं.
हाला के दिनों में भोजपुर में जिस तरह से अपराध की घटनाओं में वृद्धि हुई है इसको लेकर पुलिस की कार्यशैली पर भी सवाल उठ रहे हैं.
रिपोर्ट: नेहा