Students are getting addicted to social media due to online class
Dhanbad:-छात्रों में मोबाईल चैटिंग और सोशल मीडिया की लत–कोराना काल के दौरान संचालित किए
Highlights
जा रहे ऑनलाइन क्लासेस की वजह से छात्रों में मोबाईल चैटिंग और सोशल मीडिया की लत बढ़ी है.
अब धीरे-धीरे ऑनलाइन क्लासेस की खामियां सामने आने लगी है.
अभिभावक के साथ ही छात्रों के द्वारा भी अब इसकी कई कमियां बतायी जाने लगी है,
अभिभावकों की ओर से इसके समाधान के रास्ते ढूढ़े जाने लगे हैं.
DCA की ओर से आयोजित हुआ कार्यक्रम
अभिभावकों और छात्रों की इसी समस्या को सामने रखकर DCA के द्वारा कोयलांचल के शिक्षाविदों का मोटिवेशनल स्पीच के कार्यक्रम का आयोजन किया गया.
जहां छात्र और अभिभावक को इससे बचाव के गुर सिखाये गए.
कार्यक्रम के संयोजक एम.के.सिंह, विधायक राज सिन्हा और सांसद पशुपतिनाथ सिंह ने ऑफलाइन क्लास की महत्ता पर
प्रकाश डाला और कहा कि एंड्राइड मोबाइल के इस्तेमाल की वजह से बच्चे चैटिंग और सोशल मीडिया में ज्यादा समय बिताने
लगे हैं. छात्र इस लत की वजह से अपने कैरियर से विमुख हो रहे हैं.
इंडियन कामरेड ए. के. रॉय, हीरो ऑफ ग्राउंड पॉलिटिक्स का हुआ विमोचन
इस अवसर पर शिक्षक के. आर. जे. कुंदन और सचिन झा शेखर द्वारा संयुक्त रुप से लिखित पुस्तक ‘इंडियन कामरेड ‘ए. के.
रॉय, हीरो ऑफ ग्राउंड पॉलिटिक्स’ का विमोचन आईआईटी आइएसएम के मेंटर डॉ प्रमोद पाठक के द्वारा किया गया.
इस अवसर पर शिक्षक कुंदन झा ने कहा कि सही मायने में अगर वामपंथ की आलोचना और वामपंथ की
पहचान करनी है तो हमें ए. के. राय के जीवन चरित्र को जानना होगा. उन्हे समग्रता में समझना होगा.
कामरेड ए. के. राय ने जिस सादगी से जीवन को जिया, मजदूरों के हित के लिए आजीवन संघर्ष किया और सही मायने
में ग्राउंड पॉलिटिक्स के हीरो बने रहे, इस पुस्तक से उसे समझने में मदद मिलेगी.
राजनीति के बीच का संत थें ए. के. राय
ए. के. राय ने कैसे दलगत राजनीति के बीच भी एक संत की तरह अपना जीवन जीया, इन तमाम चीजों को
अलग-अलग स्रोतों और रिसर्च के आधार पर पुस्तक को लिखी गई है.
इसमें कई वैसे लोगों का सहयोग भी मिला है जो कॉमरेड ए के राय के बेहद करीब थे.
रिपोर्ट- राजकुमार
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