जामताड़ा: जामताड़ा जिले के सरकारी विद्यालयों में कार्यरत 24 शिक्षकों के प्रमाणपत्र फर्जी होने का शक है। विभाग के आदेश पर अब तक 20 शिक्षकों ने डीएसई कार्यालय में प्रमाणपत्र जमा किए।
शेष चार को जल्द जमा करने का निर्देश शिक्षा विभाग ने दिया है। उनके प्रमाणपत्र को संबंधित विश्वविद्यालयों को भेजा जाएगा और रिपोर्ट आने के बाद कार्रवाई की जाएगी।
शक के दायरे में मध्य, उच्च व उत्क्रमित उच्च विद्यालय के शिक्षक शामिल हैं। इनमें से कई सेवानिवृत्त भी हो चुके हैं।
आरटीआइ कार्यकर्ता, मिहिजाम प्रखंड के कुर्मीपाड़ा निवासी पवन यादव ने पिछले दिनों झारखंड सरकार के कार्मिक प्रशासनिक सुधार व राजभाषा विभाग से शिकायत की थी।
उन्होंने बताया कि इन शिक्षकों का बीएड का प्रमाणपत्र फर्जी है। इसकी निगरानी से जांच कराने की मांग की थी। इसके बाद जिला शिक्षा अधीक्षक कार्यालय से सभी 24 शिक्षकों को तीन मई तक शैक्षणिक प्रमाणपत्र कार्यालय में जमा करने का आदेश दिया था।