पटना : सातवें चरण के प्राथमिक शिक्षक बहाली को लेकर पर एक फिर से राजधानी पटना में शिक्षक अभ्यर्थियों ने
Highlights
प्रदर्शन शुरू कर दिया है. शनिवार को शिक्षक अभ्यर्थियों ने अपना सिर मुड़ाकर
नीतीश सरकार का दशकर्म किया. अभ्यर्थियों ने सीधे तौर पर कहा कि
यह सरकार की दसवीं है, यानी कि सरकार का श्राद्ध किया जा रहा है और जल्द ही
सरकार की तेरहवीं भी होगी. जो सरकार हमारे लिए कुछ नहीं कर सकती वैसे सरकार को मरा हुआ ही समझेंगे.

स्कूल की जगह सड़क पर हैं शिक्षक अभ्यर्थी
बिहार प्रारंभिक युवा शिक्षक संघ के बैनर तले प्रदेश के सीटेट/ बीटेट पास शिक्षक अभ्यर्थियों ने पुनः आन्दोलन प्रारंभ कर दिया है. पटना में गर्दनीबाग धरनास्थल पर विभिन्न जिलों के हजारों शिक्षक अभ्यर्थियों ने अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन किया. प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे नितेश पांडेय तथा मीकू पाल ने धरने को संबोधित करते हुए कहा कि चार सालों से शिक्षक अभ्यर्थी शिक्षक बनने की सभी अहर्ताओं को पूरा करने के बावजूद प्रदर्शन को विवश हैं, जबकि उन्हें स्कूलों में होना चाहिए था.

शिक्षक अभ्यर्थियों की मांगों पर सरकार गंभीर नहीं
महिला प्रदेश अध्यक्ष पुष्पलता यादव, अनामिका और कविता ने सरकार पर जानबूझकर वादा खिलाफी का आरोप लगाया. उन्होंने बताया कि शिक्षा विभाग के द्वारा लिखित रूप से जुलाई के अंत में सातवें चरण प्राथमिक शिक्षक बहाली के नोटिफिकेशन जारी करने की अधिसूचना जारी की गई थी. इसके बावजूद अभी तक विज्ञप्ति जारी नहीं की गई है. भोजपुर से आये अनीश सिंह व कुमार सत्यम ने कहा कि शिक्षक अभ्यर्थियों की मांगों के प्रति सरकार गंभीर नहीं है. धरना को राकेश, बिट्टू, अमन राज, दिलशाद, विक्की गोयल, सुमित ,अनीश, कविता, केशव पति तिवारी ने भी संबोधित किया. मौके पर अलग अलग जिलों के सैकड़ों शिक्षक अभ्यर्थी मौजूद थे.
और तेज होगा शिक्षक अभ्यर्थियों का आंदोलन
बिहार प्रारंभिक युवा शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष दीपांकर गौरव ने बताया कि शिक्षक अभ्यर्थियों का आंदोलन और तेज होगा. शानिवार को सरकार की उपेक्षा से क्षुब्ध अभ्यर्थी बाल मुंडन करवा विरोध प्रदर्शन करेंगे.
रिपोर्ट: प्रणव राज
जल्द बहुरेंगे एमजीएम अस्पताल की किस्मत, कोल्हान को मिलेगी बड़ी सौगात