मुंगेरः शारदीय नवरात्र को लेकर माहौल भक्तिमय हो गया है. मां दुर्गा के 9 स्वरूपों शैलीपुत्री, ब्रह्माचारणी, चंद्रघंटा, स्कंदमाता, कात्यायनी, कालरात्रि, महागौरी और सिद्धिदात्री की पूजा होती है. मंदिरोंं में पूजा अर्चना को लेकर चहल पहल बढ़ गई है. मुंगेर में गंगा नदी के तट पर 52 शक्तिपीठों में से एक मां चंडिका स्थान विश्व भर में विख्यात है. यहां भी श्रद्धालु पूजा अर्चना के लिए सुबह से ही पहुंच रहे है.
किशन पांडा ने बताया कि यहां दूर-दूर से श्रद्धालु नवरात्र में माता चंडिका के दरबार बड़ी आस्था और विश्वास लेकर पहुंचते हैं. इस जगह पर माता सती के 52 भागों में से एक बायां नेत्र गिरा है, जिस कारण यहां नेत्र की पूजा होती है. नवरात्र के समय 9 दिनों तक भक्त गंगा स्नान करने के बाद दो किलो मीटर पैदल यात्रा कर चंडिका स्थान पहुंच माता को जल अर्पित करते. जल चढ़ाने वालों में क्या महिला क्या पुरुष क्या युवा क्या बच्चे वे सुबह से ही लाइन में लगे रहते है.
रिपोर्टः अमृतेश सिन्हा