रांची: 22 अप्रैल को कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में शहीद हुए खुफिया विभाग (आईबी) के अधिकारी मनीष रंजन (41) का शव गुरुवार को रांची लाया जाएगा। शव दोपहर करीब 12 बजे झालदा पहुंचेगा, जहां श्मशान घाट पर अंतिम संस्कार किया जाएगा।
मनीष मूल रूप से बिहार के सासाराम के निवासी थे। उनके पिता मंगलेश मिश्रा झालदा हिंदी हाई स्कूल में प्रधानाध्यापक रहे हैं और रिटायरमेंट के बाद से परिवार के साथ झालदा में ही रह रहे थे।
मनीष वर्तमान में हैदराबाद में आईबी में कार्यरत थे। इससे पहले वे रांची आईबी में भी अपनी सेवा दे चुके थे।
मनीष अपनी पत्नी जया देवी और दो बच्चों के साथ एलटीसी योजना के तहत घूमने कश्मीर गए थे। आतंकियों ने उनके सामने ही मनीष को गोलियों से भून डाला। यह भयावह मंजर देखकर पत्नी जया गहरे सदमे में हैं और डॉक्टरों की निगरानी में हैं।
परिवार के अनुसार मनीष की कश्मीर यात्रा के बाद वैष्णो देवी जाने की योजना थी। उनके भाई विनीत ने बताया कि परिवार के अन्य सदस्य भी यात्रा पर निकल चुके थे, लेकिन रास्ते में ही मनीष की शहादत की खबर मिलने पर वापस लौट आए।
मनीष की शहादत से न केवल परिवार बल्कि पूरे क्षेत्र में शोक की लहर है।