मोतिहारी: दहेज को लेकर सामाज कितना जागरूक है, इसका उदाहरण जिले के कल्याणपुर थाना में दिखा. जहां सज-धज कर लड़की बैठी रह गई और बारात नहीं आयी. दहेज में दूल्हा पक्ष वालों ने बुलेट और 50 हजार रुपये नहीं दिए जिस कारण बारात नहीं आयी. कन्या पक्ष वालों ने स्वागत की पूरी तैयारी कर बारातियों के आने का इंतजार करते रह गये और बारात नहीं आयी.
मोतिहारी से ही सामाज सुधार अभियान की हुई थी शुरूआत
वहीं सीएम नीतीश कुमार दहेज जैसी सामाजिक कुरीतियों के खिलाफ समाज सुधार अभियान चला रहे है. जिस अभियान की शुरुआत सीएम ने मोतिहारी से शुरु की थी, लेकिन लोगों के उपर इस अभियान का कोई असर होता नहीं दिख रहा है. कल्याणपुर थाना क्षेत्र में सज-धज कर लड़की बैठी रह गई फिर भी बारात नहीं आई. दहेज में बुलेट मोटरसाइकिल और 50 हज़ार रुपया कम मिलने के कारण दूल्हा बारात लेकर नहीं आया, और कन्या पक्ष के लोग दरवाजे पर स्वागत के लिए सारी तैयारियां पूरी करके दूल्हा और बारातियों का इंतजार करते रह गए.
कल्याणपुर थाना क्षेत्र के पकड़ी दीक्षित के रहने वाले पन्ना लाल साह ने अपनी पुत्री की शादी मुजफ्फरपुर जिला के जाफरपुर के रहने वाले चंदन कुमार के साथ तय कि थी. सारी बातें तय होने के बाद शादी की तिथि 18 फरवरी निर्धारित की गई थी. शादी को लेकर पन्ना लाल साह के दरवाजे को अच्छे ढ़ंग से सजाया गया था, लेकिन कन्या पक्ष के लोग बारात का इंतजार करते रह गए.
दहेज के नाम पर दिए 12 लाख नकद- लड़की के पिता
लड़की के पिता पन्ना लाल साह ने बताया कि देर शाम तक बारात नहीं पहुंची, तब लड़का वाले के यहां फोन किया तो वर पक्ष ने दहेज में बुलेट बाइक और बारात ले जाने के खर्च का डिमांड करने लगे. इस बात को सुनकर वे लोग रात में हीं लड़का पक्ष के पास पहुंचे. लेकिन वर पक्ष ने उनलोगों की एक बात नहीं सुनी. लड़की के पिता के अनुसार उन्होंने जमीन बेचकर अपनी छोटी बेटी की शादी के लिए 12 लाख का जेवरात और नकद दहेज लड़का पक्ष को दिया था. पन्ना लाल साह ने दूल्हा चंदन कुमार के बहनोई विनोद साह पर आरोप लगाते हुए बताया कि बिनोद साह के कहने पर हीं दूल्हा और बाराती शादी के लिए नहीं आए.
रिपोर्ट- ब्रजेश झा
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