सदन में गूंजा जदयू नेता की हत्या का मामला, वामदलों ने की कार्रवाई की मांग
पटना : जदयू नेता खलील रिजवी की हत्या का मामला सदन में गूंजा है.
इससे पहले बिहार विधानसभा की कार्यवाही शुरू होने के पहले वामदलों ने सदन के बाहर और अंदर प्रदर्शन किया है.
भाकपा माले के विधायकों ने मॉब लिंचिंग मामले को लेकर सोमवार को सरकार को जमकर घेरा है.
समस्तीपुर में जेडीयू नेता खलील रिजवी की मॉब लिंचिंग और हत्या के मामले में दोषियों पर कार्रवाई की मांग की है.
भाकपा माले विधायक सुदामा प्रसाद के नेतृत्व में विधानसभा की कार्यवाही शुरू होने से पहले हाथों में पोस्टर,
बैनर लेकर प्रदर्शन करते नजर आए हैं. इनमें भाकपा माले के विधायक अजीत कुशवाहा,
मनोज मंजिल समेत अन्य विधायक भी शामिल रहे हैं. भाकपा माले की मांग है कि खलील रिजवी के
परिवार वालों को सरकार की तरफ से ₹2000000 मुआवजा दिया जाए.
काला पट्टी लगाकर विधानसभा पहुंचे कांग्रेस विधायक
बिहार विधानमंडल में बजट सत्र चल रहा है,
लेकिन उससे पहले कांग्रेस विधायकों ने काला पट्टी लगाकर विधानसभा पहुंचे.
हरि भूषण ठाकुर बचोल के बयान पर कांग्रेस विधायक ने काला पट्टी बांध कर विरोध जताया और कहा कि पिछले सत्र में विपक्षी विधायकों के कपड़े फाड़े गए, चरित्र हनन किया गया. जब तक इस पर कार्रवाई नहीं होती हमलोग काला कपड़ा बांध के ही रहेंगे. कांग्रेस ने कहा कि बचोल का बयान वैचारिक तौर पर नफरत फैला रहे हैं, उन पर कार्रवाई होनी चाहिए.
हरिभूषण ठाकुर ने की सीएम नीतीश की तारीफ
बिहार विधानमंडल में बजट सत्र होने से पहले बीजेपी विधायक हरिभूषण ठाकुर ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की जमकर तारीफ की है़. हरिभूषण ठाकुर ने कहा कि बिहार पहले बीमारू राज्य था. लेकिन नीतीश कुमार के कुशल नेतृत्व ने बिहार को बीमारु राज्य से विकसित राज्य बना दिया है.
आज पेश होगा बिहार बजट
कोरोना संकट से उबर रहे बिहार में आगामी वित्तीय वर्ष 2022-23 का बजट सोमवार को विधानमंडल के दोनों सदनों में पेश होगा. उप मुख्यमंत्री सह वित्त मंत्री तारकिशोर प्रसाद द्वारा विधानसभा में इस साल पेश किए जाने वाले इस बजट का वित्तीय आकार 2.40 लाख करोड़ का होने की संभावना है. गौरतलब है कि शुक्रवार से शुरू बिहार विधानमंडल के बजट सत्र में पहले दिन आर्थिक सर्वेक्षण पेश किया जा चुका है. तारकिशोर प्रसाद लगातार दूसरी बार आर्थिक सर्वेक्षण के बाद वार्षिक बजट पेश करेंगे.
बजट के आकार में 10 फीसदी बढ़ोतरी की संभावना
बिहार के बजट आकार में 10 फीसदी बढ़ोतरी की संभावना है.
राज्य के वर्ष 2021-22 के आर्थिक सर्वेक्षण के अनुसार 2.5 फीसदी आर्थिक विकास दर होने से आगामी वार्षिक बजट आकार में बढ़ोतरी होगी.
वहीं, भारत सरकार से केंद्रीय राजस्व के अंतरण में बढ़ोतरी होने से भी राज्य का बजट आकार बढ़ेगा.
केंद्रीय करों में राज्य की हिस्सेदारी बढ़ने के अतिरिक्त कर्ज लेने की सीमा
चार फीसदी होने व आर्थिक गतिविधियों के तेज होने से आंतरिक स्रोतों से प्राप्त आय के आधार पर
बजट आकार 2.40 लाख करोड़ हो सकता है.
आगामी वित्तीय वर्ष के लिए नेशनल हेल्थ मिशन से पिछले वर्ष की तुलना में 11 सौ करोड़ रुपये अधिक मिलने की संभावना है. इसी प्रकार, अन्य मदों में भी राज्य को केंद्रीय बजट से काफी उम्मीदें हैं. पिछले वर्ष राज्य बजट का आकार 2.18 लाख करोड़ था. गौरतलब है कि बिहार का वार्षिक बजट आकार में लगातार बढ़ोतरी पूर्व से ही दर्ज की जा रही है.
रिपोर्ट : शक्ति