आयुक्त ने किया गोविंदपुर अंचल कार्यालय का निरीक्षण, ग्रामीणों ने भ्रष्टाचार से मुक्ति दिलाने की मांग की

धनबादः दो दिवसीय धनबाद दौरे के अंतिम दिन आयुक्त सुमन किस्पोट्टा ने गोविंदपुर अंचल कार्यालय का निरीक्षण किया. निरीक्षण के दौरान अंचल कार्यालय के सभी पंजियों का जांच की. साथ ही अंचल अधिकारी को ईमानदारी से अपने कर्तव्य का निर्वाहन करने तथा सरकार के आदेश का पालन करने का सख्त निर्देश दिया. अंचल कार्यालय में आयुक्त के होने की जानकारी जैसे ही ग्रामीणों को मिली. सभी अंचल कार्यालय पहुंच गए. इसके बाद निरीक्षण रोक आयुक्त ने ग्रामीणों की शिकायतें सुनी. आयुक्त द्वारा सभी को भरोसा दिया गया कि जो भी समस्याएं हैं उसकी विधि संवत जल्द से जल्द निष्पादन किया जाएगा.

ग्रामीणों ने अपनी परेशानियों को साझा किया

मौके पर पहुंचे स्थानिय ग्रामीणों ने अपनी परेशानियों को साझा किया. साथ ही लेटलतीफी और कर्मियों के भृष्टाचार से आयुक्त को अवगत कराया. ग्रामीणों ने आयुक्त को बताया कि बगैर पैसा दिए जमीन का म्यूटेशन नहीं होता, गलत तरीके से म्यूटेशन के लिए कई दफा दस्तावेजों के साथ-साथ छेड़छाड़ भी की जाती है और शिकायत करने पर सुनवाई भी नहीं होती. कोई 2 साल से तो कोई 3 साल से अंचल कार्यालय का चक्कर लगा रहा है. इसके अलावा गोविंदपुर अंचल के कई पंचायत में सरकारी जमीन की लूट भू-माफियाओं के द्वारा आंचल कर्मियों के सहयोग से की जा रही है. वहीं स्थानीय झामुमो नेता वकील महतो ने बताया कि यहां झारखंड का सबसे बड़ा जमीन घोटाला हुआ है. इस घटना की जांच ईडी से होनी चाहिए.

शिकायतों की प्राथमिकता से होगी जांच

इस दौरान जब निरीक्षण के सम्बंध में आयुक्त ने कहा कहा कि यह रूटीन जांच है, रूटीन वर्क के आधार पर हमने यहां आकर निरीक्षण किया है. जो शिकायतें थी हमने रिसीव कर लिया है. अब उस पर जांच किया जाएगा. साथ ही उन्होंने कहा कि रेवेन्यू मैटर पर खास करके जांच की गई है, कितनी पंजीयन संधारित की गई है. इस पर प्राथमिकता से जांच किया गया. जो शिकायतें मिली हैं, उसपर जांच उपरांत कार्रवाई की जाएगी.

रिपोर्टः राजकुमार जायसवाल

 

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