Gaya- डुमरिया प्रखंड के भंगिया पंचायत अंतर्गत चर्चित भूराहा स्थान शिव मंदिर पर
आकाशीय बिजली गिरने से मंदिर का ऊपरी हिस्सा दो हिस्सों में बंटा.
बतलाया जा रहा है कि उस वक्त मंदिर में करीबन 25 लोग मौजूद थें,
लेकिन किसी को कोई जानमाल की क्षति नहीं पहुंची.
तेज बारिश होने के कारण लोग मंदिर परिसर में शरण लेने के लिए रुके हुए थें.
प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि हम लोग मंदिर में बैठे हुए थे.
अचानक मंदिर के गर्भगृह से तेज धुंआ निकलने लगा.
मंदिर के अंदर देखा तो ऊपर छत से रोशनी आ रही थी और
मंदिर दो हिस्से में बंट चुका था.
दो हिस्सों में बंट चुका था भूराहा स्थान शिव मंदिर
जब बाहर निकल कर देखा तो मंदिर का ऊपरी हिस्सा दो हिस्सों में बंट चुका था.
व्रजपात के दौरान तेज आवाज सुनाई पड़ थी.
गनीमत रही कि इस आकाशीय बिजली में किसी की कोई हताहत नहीं हुआ है
लोगों का मानना है कि भगवान भोलेनाथ ने खुद खड़ा होकर
आकाशीय बिजली अपने सर पर लेकर भक्तों की जान बचा ली.
वही इस घटना के बाद लोगों में फिर इस मंदिर के प्रति आस्था जागृत हो गई.
दूर दूर तक फैली है भूराहा स्थान शिव मंदिर की ख्याति
ज्ञात हो कि इस मंदिर का नवीनीकरण 2 वर्ष पहले ही किया गया था.
इस मंंदिर के प्रति लोगों में गहरी आस्था है.
यहां प्रति वर्ष मकर संक्रांति और कार्तिक पूर्णिमा के अवसर मेले का आयोजन किया जाता है,
लोग दूर दूर से यहां बाबा के दर्शन के लिए आते हैं.
मोरहर नदी के मंदिर घाट से अपने आप सोईया की तरह सालों भर पानी निकलते रहता है.
रिपोर्ट रंजन कुमार