सीवान : बिहार के सीवान जिले पुलिस का कथित बर्बरता का मामला सामने आया है। जिससे पूरे पुलिस विभाग में हलचल मचा दी है। जहां सीवान के हुसैनगंज थाना से हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। हुसैनगंज थाने की पुलिस ने अमानवीयता की सारी हदे पार कर दी है। सीवान जिले के हुसैनगंज थाने के पुलिस के द्वारा एक हत्या के आरोपी सरल यादव को पुलिस के द्वारा हत्या के आरोपी सरल यादव के पुत्र परशुराम यादव को गिरफ्तार कर जेल भेजने के लिए न्यायालय में भेजा था।
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‘पुलिस आरोपी को गिरफ्तार करती है फिर थाने में जमकर करती है कुटाई’
आपको बता दें कि आरोपी परशुराम यादव ने थाने में पिटाई करने और जबरन घटना में शामिल कराने का आरोप हुसैनगंज थाने की पुलिस पर गंभीर आरोप लगाया है। जिसके बाद जज ने आरोपी को लेकर आए पुलिस पदाधिकारी को अविलंब मेडिकल जांच कराकर रिपोर्ट प्रस्तुत करने का आदेश दिया है। वहीं पुलिस पदाधिकारी के द्वारा आरोपी परशुराम यादव को सदर अस्पताल ले जाकर मेडिकल कराया गया। वहीं पुलिस की पिटाई से पुलिस महकमे में अब बेचैनी बढ़ी हुई है। हत्याकांड में आरोपी परशुराम यादव को हुसैनगंज थाना की पुलिस पहले गिरफ्तार करती है उसके बाद थाने लाकर जमकर कुटाई कर देती है, ताकि वे अपराध कुबूल कर ले।
आरोपी की बात सुन, न्यायिक दंडाधिकारी ने मेडिकल जांच के दिए आदेश
वहीं पिटाई के बाद मंगलवार को हुसैनगंज पुलिस जब आरोपी को कोर्ट में पेश करती है। जज के सामने आरोपी अपना दर्द सुनाते हुए यह कहता है कि पुलिस वालों ने जबरदस्ती बिना कुछ किए अपराध स्वीकार कराने के लिए जमकर पिटाई की है। फिर क्या था, प्रथम न्यायिक दंडाधिकारी मनीष राय ने तुरंत मेडिकल जांच कराने का आदेश देते हुए आरोपी को सदर अस्पताल सीवान भेज दिया। जब सदर अस्पताल में आरोपी को देखा गया तो देखने से स्पष्ट हो रहा है कि आरोपी काफी परेशान और कष्ट में है। इतना ही नहीं आरोपी स्वयं बता भी रहा है कि हत्याकांड में वह कहीं से शामिल नहीं था जबरन पुलिस उसे लेकर आई है और एफआईआर में नाम अलग से जोड़ दी है।
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थाना प्रभारी ने कहा- आरोपी परशुराम को थाने में नहीं हुई पिटाई, गलत दे रहा है बयान
वहीं पूरे मामले में जब हुसैनगंज थाना प्रभारी अजित कुमार सिंह से बात की गई तो उनके द्वारा बताया गया कि हत्या के आरोप में थाना क्षेत्र के सहुली निवासी सरल यादव के पुत्र परशुराम यादव को गिरफ्तार किया गया था। जिसके बाद उनको जेल भेजने के लिए न्यायालय भेजा गया था, जहां रूटीन चेकअप के लिए सदर अस्पताल भेजा गया है। साथ ही आरोपी परशुराम यादव के आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए कहा कि मारने का आरोप निराधार है। फिलहाल यह तो जांच का मामला है। पुलिस के द्वारा की गई पिटाई कहां तक जायज है। इस पर कोर्ट क्या कार्रवाई करेगा यह आने वाला समय बताएगा।
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कुमार रवि की रिपोर्ट