रांची। जेपीएससी की कार्यप्रणाली को लेकर राज्य भर के अभ्यर्थियों का आक्रोश एक बार फिर उफान पर है। जेपीएससी द्वारा बहुप्रतीक्षित परिणाम की घोषणा में देरी को लेकर प्रतियोगी छात्र अब आर-पार की लड़ाई के मूड में हैं। अभ्यर्थियों ने चेतावनी दी है कि अगर मई के पहले सप्ताह के भीतर जेपीएससी परिणाम जारी नहीं करता है, तो वे राज्यव्यापी आंदोलन करेंगे।
छात्रों का कहना है कि जब झारखंड सरकार ने एलयांगते को जेपीएससी का नया अध्यक्ष नियुक्त किया था, तब यह उम्मीद जगी थी कि आयोग की कार्यप्रणाली में सुधार आएगा और लंबित रिजल्ट व परीक्षा कैलेंडर शीघ्र जारी होंगे। लेकिन महीनों बीत जाने के बाद भी न तो रिजल्ट आया और न ही परीक्षा का वार्षिक कैलेंडर जारी हुआ, जिससे छात्रों में गहरा असंतोष है।
छात्रों के प्रतिनिधियों का कहना है कि वे इससे पहले भी जेपीएससी कार्यालय का घेराव कर चुके हैं और अध्यक्ष की नियुक्ति के लिए आंदोलन कर चुके हैं। अब एक बार फिर छात्र सड़क पर उतरने को तैयार हैं। उनका कहना है कि इस बार आंदोलन तब तक चलेगा जब तक जेपीएससी रिजल्ट जारी नहीं करता।
गौरतलब है कि हेमंत सोरेन सरकार के सत्ता में लौटने के बाद यह आश्वासन दिया गया था कि राज्य में सभी प्रतियोगी परीक्षाओं का कैलेंडर समय पर जारी किया जाएगा। झारखंड कर्मचारी चयन आयोग (जेएसएससी) ने जहां अपना कैलेंडर जारी कर दिया है, वहीं जेपीएससी में अब भी देरी बनी हुई है। छह महीने से अधिक वक्त बीत चुका है लेकिन आयोग की निष्क्रियता ने युवाओं में भारी नाराजगी भर दी है।
छात्र संगठनों ने साफ कर दिया है कि अगर आयोग ने मई के पहले सप्ताह तक रिजल्ट जारी नहीं किया, तो राज्यभर में बड़ा जनआंदोलन खड़ा किया जाएगा। इस बार आंदोलन का स्वरूप “आर-पार” का होगा और वे परिणाम जारी होने तक सड़क से हटेंगे नहीं।