Palamu: शिक्षा व्यवस्था को शर्मसार करने वाली घटना पलामू जिले के मनातू प्रखंड से सामने आई है, जहां एक प्राथमिक विद्यालय के संचालक ने स्कूल संचालन की जिम्मेदारी एक नाबालिग बच्चे को सौंप दी और स्वयं स्कूल से नदारद रहे। यह खुलासा निरीक्षण के दौरान हुआ, जब अधिकारी स्कूल पहुंचे तो वहां शिक्षक नहीं बल्कि एक बच्चा स्कूल चला रहा था।
पूछताछ में बच्चे ने बताया कि सर बोल के गए हैं कि स्कूल को देखकर रखना, वे डाल्टेनगंज दवा कराने गए हैं। यह सुनकर अधिकारी भी स्तब्ध रह गए। विद्यालय में न शिक्षक उपस्थित थे और न ही बच्चों की पढ़ाई की कोई व्यवस्था दिखी।
स्कूल संचालक पर मनमनी का आरोप
ग्रामीणों ने पहले भी स्कूल में अनियमितता और लापरवाही की शिकायत की थी। जिसके बाद शिक्षक योगेंद्र यादव ने शिकायत करने वाले वार्ड सदस्य राजेश यादव और ग्रामीणों पर हमला कर दिया। आरोप है कि उन्होंने गाली-गलौज के साथ मारपीट की और मोटरसाइकिल से कुचलने की धमकी दी। लेकिन इस निरीक्षण ने तमाम आरोपों की पुष्टि कर दी।
लापरवाही का आरोप
ग्रामीणों का आरोप है कि शिक्षक योगेंद्र यादव स्कूल को अपने मनमाने ढंग से चला रहे हैं और जब कोई विरोध करता है, तो वे हिंसक हो जाते हैं। स्कूल में बच्चों को मिड-डे मील, पोशाक और अन्य सरकारी योजनाओं का लाभ नहीं मिल रहा है।
स्कूल संचालक के खिलाफ शिकायत दर्ज
वार्ड सदस्य राजेश यादव ने बताया कि जब उन्होंने इस लापरवाही की शिकायत उच्च अधिकारियों से करने की कोशिश की, तब शिक्षक ने उन पर हमला कर दिया। घटना के बाद पीड़ितों ने मनातू थाना में लिखित शिकायत दर्ज कराई है।
रिपोर्टः विनोद सिंह
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