भागलपुरः एक हैरतअंगेज खबर भागलपुर से आई है. दरअसल दुर्गा पूजा सप्तमी के दिन मुंगेर जिले की एक वृद्ध महिला गंगा स्नान करने गई थी, तभी अचानक महिला का पैर फिसला और वह गंगा की तेज धार में समा गई. स्थानीय लोगों के लाख प्रयास के बाद भी महिला बरामद नहीं हो सकी.
लेकिन, कुदरत को कुछ और ही मंजूर था, सुबह-सुबह मछली पकड़ने गए गरीबन मंडल ने महिला को करीबन 16 घंटे बाद बाहर निकाला. नाथनगर थाना क्षेत्र के अजमेरीपुर गाँव निवासी गरीबन मंडल हर दिन की तरह सुबह-सुबह अपना नाव और जाल लेकर गंगा में उतरे थें, तभी बचाओ-बचाओ की आवाज सुनाई दी, देखा तो सामने एक महिला अपना हाथ हिला रही है. गरीबन मंडल बगैर कोई देरी किए अपना डेंगी-नाव को हिलते हाथ की ओर मोड़ दिया, नजदिक जाकर देखा तो एक महिला गंगा से निकालने की गुहार के साथ बार-बार अपना हाथ हिला रही है. गरीबन मंडल ने बगैर देरी किेए गंगा की तेज धार में छलांंग लगा महिला को नाव में खींच लाया.
महिला को जब होश आई तब अनयास बोल पड़ी, माँ दुर्गा ने बचाया है, दुर्गा मां की कृपा से आज सही सलामत हूँ. साथ ही, महिला ने गरीबन मंडल को भगवान की उपाधि दी, कहा की गरीबन मंडल इंसान नहीं धरती पर जीता-जागता भगवान है. महिला अभी भी गरीबन मंडल के घर में ही रह रही है.
महिला अपना नाम शकुन्तला देवी पति स्व. मणिलाल सिंह बता रही है, वह ग्राम बरसंडा,थाना -टोटिया बमबर,जिला मुंगेर की रहने वाली है.
रिपोर्ट-नन्दन कुमार झा
सलूजा गोल्ड के निदेशक अमरजीत सिंह सलूजा को मिली डॉक्टरेट की उपाधि