लखनऊ : True Fact – सीएम योगी बोले – अधिक फर्टिलाइजर के इस्तेमाल के चलते कुछ राज्यों को चलानी पड़ रही कैंसर ट्रेन। प्राकृतिक खेती के विज्ञान पर क्षेत्रीय परामर्श कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को कहा कि कृषि कार्य में अत्यधिक फर्टिलाइजर के उपयोग का दुष्परिणाम यह है कि देश के कुछ राज्यों को ‘कैंसर ट्रेन’ चलानी पड़ रही है। आज फर्टिलाइजर की अधिकता के कारण ‘धीमा जहर’ हमारी धमनियों में घुस रहा है। ये दुष्प्रभाव केवल मनुष्यों पर ही नहीं पड़ा है, बल्कि पशु-पक्षी भी इससे प्रभावित हो रहे हैं। हरित क्रांति से देश में कृषि उत्पादन बढ़ा जरूर है लेकिन वह केवल अधूरा सच भर ही है, हकीकत दहलाने वाली है। इसलिए कृषि पैटर्न को बदलना जरूरी है और प्राकृतिक खाद का खेती में उपयोग बढ़ाना जरूरी है।
सीएम योगी बोले- खतरों से बचाव को पीएम मोदी ने दिया है प्राकृतिक खेती का मंत्र
इसी क्रम में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आगे कहा कि उनके पास मुख्यमंत्री राहत कोष से इलाज के लिए बड़ी संख्या में लोग धन की मांग करते हैं जिसमें सर्वाधिक मामले कैंसर के होते हैं। आज से कुछ साल पहले इतनी भयावह स्थिति नहीं थी। आज गांव-गांव में युवाओं में कोई किडनी, कोई हार्ट तो कोई कैंसर से पीड़ित हो गया है। इसका कारण है कि हमारा खानपान कहीं न कहीं प्रभावित हुआ है जिसने नई-नई बीमारियों को जन्म दिया है। इससे बचाव का नया मंत्र पीएम मोदी ने प्राकृतिक खेती का दिया है। इसी क्रम में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि पहले देश में कई इलाके ऐसे भी थे जहां प्राकृतिक ढंग से भी कृषि उत्पादन अधिक था। अब हमें बीज से लेकर बाजार तक कृषि उत्पादों के प्राकृतिक स्वरूप को बनाए रखना होगा। इस पर गंभीरता से काम होना है।
सीएम योगी बोले – गाय भी बर्दाश्त नहीं कर पा रही अत्यधिक फर्टिलाइजर वाला चारा
सीएम योगी ने कहा कि फर्टिलाइजर का दुष्प्रभाव केवल मनुष्यों में ही नहीं देखने को मिल रहा बल्कि पशु-पक्षी भी इससे प्रभावित हो रहे हैं। बीते दिनों अपने यूपी के ही अमरोहा में निराश्रित गोवंश आश्रय स्थल में 12 से 14 गाय अचानक मर गईं। जब हमने वहां विशेषज्ञ भेजे तो ये पता लगा कि चारे में बड़े पैमाने पर फर्टिलाइजर मिला था और उसके कारण ही उन गायों की मौत हुई। ऐसे में हमें समझना होगा कि जब गाय अत्यधिक फर्टिलाइजर को बर्दाश्त करने की स्थिति में नहीं है तो मनुष्य की स्थिति क्या होगी। यह अकारण नहीं है कि गांव-गांव में युवा किडनी, हार्ट और कैंसर के रोगों से ग्रसित हो रहे हैं और परिवार का पूरा बजट बिगड़ जा रहा है।
योगी बोले – प्राकृतिक कृषि उत्पादों के लिए यूपी में अपार संभावनाएं
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि हमें बीज से लेकर बाजार तक कृषि उत्पादों के प्राकृतिक स्वरूप को बनाए रखना होगा। यूपी में इसके लिए बड़ी संभावना है। हमारे पास अभी चार कृषि विश्वविद्यालय हैं, पांचवां बनने जा रहा है। 89 कृषि विज्ञान केंद्र हैं और दो केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय हैं। हमें प्राकृतिक खेती के सर्टिफिकेशन के कार्यक्रम को तेज गति से आगे बढ़ाना है। हमने प्रदेश के कृषि विश्वविद्यलयों को कह दिया है कि सर्टिफिकेशन लैब्स को अपग्रेड कीजिए, धन सरकार देगी।
सीएम की घोषणा – यूपी में एक कृषि विश्वविद्यालय प्राकृतिक खेती को होगा समर्पित
सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि यूपी में जल्द ही एक कृषि विश्वविद्यालय को प्राकृतिक खेती के लिए समर्पित किया जाएगा। हमें 17वीं और 18वीं सदी के भारत के उन प्रांतों में प्राकृतिक खेती से होने वाले उत्पादन दर को भी देखना होगा जब धरती अपने प्राकृतिक स्वरूप में थी और अन्न उत्पादन भी ज्यादा था। हमें खेती को लेकर पिछले सौ-डेढ़ सौ वर्ष में जो पढ़ाया गया है, उसमें और पुराने समय के विज्ञान में कितना अंतर है यह जानने के लिए हमें इतिहास के पन्नों को फिर से पलटना होगा। कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि गुजरात के राज्यपाल आचार्य देवव्रत और विशिष्ट अतिथि केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री शिवराज सिंह चौहान मौजूद रहे। इस अवसर पर कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही, कृषि राज्यमंत्री बलदेव सिंह औलख, लद्दाख के कार्यकारी सभासद कृषि स्टेनजिन चोस्फेल, उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह, कृषि उत्पादन आयुक्त डॉ देवेश चतुर्वेदी, केंद्र सरकार में संयुक्त सचिव कृषि एवं किसान कल्याण डॉ योगिता के अलावा प्रगतिशील किसान मौजूद रहे।