रांची: सिरमटोली में आयोजित केंद्रीय सरना स्थल पर आयोजित पर्व के दौरान मंच पर जगह को लेकर दो गुटों के बीच जमकर झड़प हो गई। इस विवाद में पुलिस प्रशासन को भी हस्तक्षेप करना पड़ा और स्थिति को काबू करने के लिए बल प्रयोग किया गया। यह विवाद आदिवासी समाज के प्रमुख नेता और पूर्व शिक्षा मंत्री गीता श्री उराव और विधायक अजय तिर्की के समर्थकों के बीच हुआ।
घटना के दौरान महिलाएं मंच पर चढ़ने की कोशिश कर रही थीं, जबकि पुलिस उन्हें रोकने का प्रयास कर रही थी। बल प्रयोग के कारण कई महिलाएं गिर गईं, जिससे स्थिति और भी तनावपूर्ण हो गई। महिलाएं इस बात को लेकर आक्रोशित थीं कि अजय तिर्की मंच पर क्यों बैठे हैं, जबकि उनका कहना था कि जब तक तिर्की मंच से नहीं उतरेंगे, तब तक उनका विरोध जारी रहेगा।
पूर्व शिक्षा मंत्री गीता श्री उराव ने आरोप लगाया कि अजय तिर्की के नेतृत्व में सरना स्थल के आयोजन में खलल डाला जा रहा है और इससे आदिवासी समाज के धार्मिक आयोजन पर असर पड़ रहा है। उराव ने कहा कि हर साल की तरह इस बार भी शोभा यात्रा यहां से शुरू होकर वहीं समाप्त होनी चाहिए, लेकिन तिर्की के कारण आयोजन में गड़बड़ी उत्पन्न हो रही है।
हालांकि, अजय तिर्की ने इन आरोपों को नकारते हुए कहा कि यह एक आम आयोजन है और किसी प्रकार की कोई असहमति नहीं होनी चाहिए। उन्होंने प्रशासन से अपील की कि वे दोनों पक्षों के बीच शांति स्थापित करें।
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन भी इस आयोजन में पूजा अर्चना करने पहुंचे थे, लेकिन जैसे ही झड़प बढ़ी और विरोध तेज हुआ, वे अपने परिवार के साथ वापस लौट गए। उनके खिलाफ भी नारेबाजी की गई थी, जो दर्शाता है कि राजनीतिक गतिरोध ने इस धार्मिक आयोजन को भी प्रभावित किया है।
विरोध के बावजूद, आदिवासी समाज के लोग अपनी धार्मिक परंपराओं का पालन करते हुए पूजा अर्चना में व्यस्त रहे। पुलिस बल ने स्थिति पर काबू पाने के लिए बड़ी संख्या में तैनाती की थी, ताकि आगे कोई अप्रिय घटना न घटे।
वर्तमान स्थिति में यह विवाद किसी ठोस समाधान के बिना बढ़ता जा रहा है, और प्रशासन पूरी तरह से इस पर नजर बनाए हुए है। जब तक अजय तिर्की मंच से नहीं उतरते, तब तक विरोध जारी रहने की संभावना है, जिससे सरना पर्व के आयोजन पर असर पड़ सकता है।