Patna– मुख्यमंत्री सचिवालय में जातीय जनगणना के सवाल को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में चल रही सर्वदलीय बैठक खत्म हो गयी. बैठक में सभी दलों की ओर से जातीय जनगणना पर मुहर लगा दी. इस प्रकार जातीय जनगणना पर बनी संशय भी खत्म हो गयी.
जदयू, राजद, कांग्रेस, भाजपा के साथ ही हम, माले और AIMIM के प्रतिनिधि इसमें शामिल रहें. बैठक में शिक्षा मंत्री विजय चौधऱी, विजेन्द्र यादव, श्रवण कुमार, तारकेश्वर प्रसाद और संजय जायसवाल भी शामिल हुए. कांग्रेस की ओर से अजीत शर्मा बैठक, राजद से तेजस्वी यादव और मनोज झा,
माले की ओर से महबूब आलम AIMIM से अख्तरुल इमाम शामिल हुए. बैठक के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि अब इसे कैबिनेट में लाकर स्वीकृति ली जाएगी. इसके बाद इस गणना को अंजाम देने के लिए शिक्षण –प्रशिक्षण का काम शुरु हो जाएगा.
लालू यादव का सपना हुआ साकार
इस बीच राजद नेता तेजस्वी यादव ने इसे लालू यादव के सपनों की जीत बतलाया है, तेजस्वी यादव ने कहा है कि जातीय जनगणना के बाद बिहार में गरीब गुरबों को उनका हक मिल सकेगा, वह उन सभी सामाजिक समूह का जिनका सत्ता और शासन में भागीदारी नहीं मिल सकी है, उनके साथ न्याय हो सकेगा.
बता दें कि बिहार में जातीय जनगणना एक बड़ा मुद्दा बन कर सामने आया है, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ ही नेता प्रतिपक्ष भी इस पर मुखर रहे हैं. कहा जा सकता है कि भाजपा को छोड़ कर करीबन सभी दलों में इस पर सर्वसम्मति थी, लेकिन बाद में बदलते हालात को देख कर भाजपा ने भी जातीय जनगणना के पक्षा में जाने का फैसला किया.
रिपोर्ट-शक्ति