जामताड़ा : महाविद्यालय जामताड़ा में आदिवासी छात्राओं द्वारा सोहराय पर्व पर मिलन समाहरोह का आयोजन किया गया. इस मौके पर जायस के संस्थापक संजय पहान, राष्ट्रपति पुरस्कार से सम्मानित वर्तमान में जेबीसी हाई स्कूल के प्रधानाध्यापक सुशील मरांडी मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित थे. वहीं मंच संचालन जाकिर सोरेन ने किया. इस मिलन समाहरोह में छात्राओं ने पारंपरिक नृत्य और गीत से सभी का मन मोह लिया. मौके पर जायस के संस्थापक संजय पहान ने कहा की आदिवासी जीवन कृषि कार्यों से जुड़ा है. कृषि कार्यों में सहयोग करने वाले पशु हैं. जिसकी वजह से पशुओं की पूजा करने की परंपरा है. सोहराय आदिवासियों का महापर्व है जो प्रकृति से जुड़ा है. पाँच दिनों तक चलने वाले इस पर्व को आदिवासी बहुत ही धूम धाम से मनाते हैं. वहीं प्रधानाध्यापक सुशील मरांडी ने बताया की सोहराय आदिवासी समुदाय के लिये सबसे बड़ा पर्व है. सोहराय का अर्थ होता है सहारा या सहयोग करना.
रिपोर्ट : निशिकांत