गुमला: झारखंड के गुमला जिले के सिसई प्रखंड अंतर्गत बरगांव पंचायत के मकुंदा गांव में सड़क की जर्जर स्थिति को लेकर ग्रामीणों ने अनोखा विरोध दर्ज कराया। बरसात में कीचड़ में तब्दील हो चुकी करीब 3.5 किलोमीटर लंबी कच्ची सड़क पर ग्रामीणों ने धान का बिचड़ा लगाकर धान की रोपनी कर दी।
ग्रामीणों ने बताया कि बरगांव देवी मंडप से पनारी पहाड़ तक की सड़क बरसात में चलने लायक नहीं रह जाती। कीचड़ के कारण बच्चों का स्कूल जाना बंद हो गया है, बीमारों को खटिया पर ढोकर पक्की सड़क तक लाना पड़ता है।
स्थानीय ग्रामीणों ने बैठक कर चेतावनी दी है कि यदि जल्द सड़क निर्माण कार्य नहीं शुरू हुआ, तो एनएचएआई सड़क को जाम कर आंदोलन किया जाएगा।
इस विरोध को लेकर राष्ट्रीय मानवाधिकार संघ के गुमला जिला अध्यक्ष जवाहिर जयसवाल ने इसे मानवाधिकार का उल्लंघन बताया और कहा कि पानी, सड़क, बिजली, शिक्षा जैसी मूलभूत सुविधाएं हर नागरिक का अधिकार है।
वहीं पंचायत की मुखिया सुनीता कुमारी ने कहा कि इतनी लंबी सड़क का निर्माण पंचायत स्तर पर संभव नहीं है। कई बार प्रखंड व जिला प्रशासन को आवेदन दिया गया है लेकिन कोई पहल नहीं हो पाई है।
ग्रामीणों ने साफ कहा है कि जब तक गांव में सड़क नहीं बनती, वे वोट नहीं देंगे।