पटना : भू-संपदा विनियामक प्राधिकरण (RERA) बिहार में दायर किए गए वादों से संबंधित आदेश एवं कार्यवाही की सत्यापित प्रति अब ऑनलाइन प्राप्त की जा सकती है। पहले आम लोगों को आदेशों की सत्यापित प्रतियां पाने के लिए रेरा बिहार के कार्यालय आना पड़ता था तथा उन्हें शुल्क भी नगद जमा करना पड़ता था। नई व्यवस्था, जिसका नाम डॉक्यूमेंट मैनेजमेंट सिस्टम (DMS) है, लागू होने से में लोग अब ये काम ऑनलाइन अपने घर से बैठ कर कर सकते हैं।
डीएमएस सुविधा का लाभ उठाने के लिए आप रेरा बिहार की वेबसाइट के मुख्य पृष्ठ www.rera.bihar.gov.in पर जाकर ‘अप्लाई ऑनलाइन सर्टीफाईड ‘ पर क्लिक कर पा सकते हैं या दिए गए लिंक https://ccrera.bihar.gov.in/login?ref=aW5kZXgucGhw पर सीधा क्लिक कर भी इस सुविधा का लाभ उठाया जा सकता है। इन दोनों में से किसी विकल्प पर क्लिक करने के पश्चात आप पब्लिक लॉग इन पर क्लिक कर अपने मोबाइल नंबर के माध्यम से अपनी आईडी बनाकर इस सुविधा का लाभ उठा सकते हैं। ऑनलाइन प्रक्रिया को प्रोत्साहित करने हेतु प्राधिकरण ने इस माध्यम से सत्यापित प्रतियां प्राप्त करने वालों के लिए शुल्क भी आधा कर दिया है।
अभी तक लोगों को सत्यापित प्रति के लिए शुल्क के रूप में प्रथम पांच पृष्ठों के लिए 200 रुपये तथा उसके बाद प्रति पृष्ठ 40 रुपये देने पड़ते थे।
अगर आवेदक ऑनलाइन सत्यापित प्रति प्राप्त करते हैं तो उन्हें आधा शुल्क लगेगा, परन्तु जिन्हें अभी भी ऑनलाइन प्रति के स्थान पर भौतिक सत्यापित प्रति प्राप्त करनी है उन्हें पूरा शुल्क देना होगा तथा उन्हें कार्यालय आकर इसकी प्रति प्राप्त करनी होगी। हालाँकि जहाँ तक शुल्क का प्रश्न है वो अब ऑनलाइन ही जमा करना होगा। डीएमएस के साथ-साथ, प्राधिकरण ने रिकॉर्ड मैनेजमेंट सिस्टम (RMS) की भी सुविधा शुरू कर दी है। इस कदम का उद्देश्य रेरा से सम्बंधित सभी अभिलेखों को व्यवस्थित करना है ताकि जरूरते के अनुसार अभिलेख्नों को रिकॉर्ड रूम से आसानी इस लिया जा सके। अब सभी अभिलेखों पर एक बार कोड होगा और उन्हें जिस बक्से में रखा जाएगा उसका अभी बार कोड होगा। अभिलेखों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए अभिलेखागार में प्रवेश के भी विशेष नियम बनाए गए हैं।
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प्राधिकरण के अध्यक्ष विवेक कुमार सिंह ने आज नई सुविधाओं का उद्घाटन किया। इस अवसर उन्होंने कहा कि प्राधिकरण आम लोगों की सुविधा बढ़ाने हेतु प्रतिबद्ध है और उसी के तहत नई व्यवस्था लागू की गई है। ये जहां एक तरफ लोगों को सत्यापित प्रतियां ऑनलाइन उपलब्ध कराकर उनके समय और पैसे की बचत करेगी। वहीं दूसरी तरफ इससे कागज का प्रयोग भी घटेगा जो पर्यावरण के लिए भी हितकर है।
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चंदन कुमार तिवारी की रिपोर्ट