धनबाद: बरोरा थाना क्षेत्र में साल 2006 में हुए सड़क जाम मामले में न्यायालय ने बड़ा फैसला सुनाया है। जुडीशियल मजिस्ट्रेट फर्स्ट, अर्पिता नारायण की अदालत ने विधायक शत्रुघ्न महतो और ढुल्लु महतो समेत 12 आरोपियों को सबूतों के अभाव में दोषमुक्त कर दिया है।
यह मामला करीब 20 वर्षों तक चला, जहां कई बार तारीखें बढ़ीं और कानूनी प्रक्रिया लंबी खिंची। आरोप था कि तत्कालीन मंत्री जलेश्वर महतो के निर्देश पर सड़क जाम किया गया, जिससे जनता को असुविधा हुई। लेकिन अदालत ने सुनवाई के बाद सभी आरोपियों को निर्दोष घोषित कर दिया।
सांसद ढुल्लु महतो ने इस फैसले को सच्चाई की जीत बताते हुए कहा, “यह हमारे लिए बड़ी राहत है। तत्कालीन सरकार ने राजनीतिक साजिश के तहत हमें झूठे आरोपों में फंसाने की कोशिश की थी।” वहीं, विधायक शत्रुघ्न महतो ने फैसले का स्वागत करते हुए कहा, “न्याय और सत्य की जीत हुई है। हमारे खिलाफ सभी आरोप निराधार थे। अदालत ने सच को पहचाना।”
दोनों नेताओं ने इस मामले को राजनीतिक प्रतिशोध का परिणाम बताया। उनके अनुसार, पूर्व सरकारों ने जानबूझकर उन्हें फंसाने की कोशिश की थी।
इस फैसले के बाद बाघमारा और धनबाद क्षेत्र में समर्थकों के बीच उत्साह का माहौल है। लोग इसे न्यायपालिका की निष्पक्षता और सत्य की जीत का प्रतीक मान रहे हैं।