PAKUR: स्कूल में क्यों डर – पाकुड़ के हिरणपुर प्रखंड स्थित मुर्गाडांगा मध्य विद्यालय
में बच्चे डर-डर का पढ़ाई करते हैं. जब बच्चों से
इसका कारण पूछा गया तो उन्होंने स्कूल की
जर्जर हालत बताया. एक छात्रा ने बताया कि
स्कूल भवन इतना जर्जर हो चुका है कि बरसात
के दिनों में उसके उपर छत का प्लास्टर गिर गया था.
जिसमें उसे चोट आई. हमेशा डर बना रहता है कि कभी भी छत गिरेगा और हादसा हो सकता है.
स्कूल में क्यों डर – कभी भी अप्रिय घटना घट सकती है
स्कूली भवन के जर्जर रहने से कभी भी अप्रिय घटना घट सकती है.
इस संबंध में पूछे जाने पर शिक्षक ने बताया कि स्कूल का
जो भवन काफी जर्जर हो चुका है उसकी जगह
दूसरा भवन बनाया जाए और जिन भवनों को
मरम्मत करने की आवश्यकता है उसे मरम्मत किया जाए.
उन्होंने बताया कि छत से सीमेंट का टुकड़ा नीचे गिरता
ही रहता है जिससे कभी भी बच्चे के साथ अप्रिय घटना घट सकती है.
वर्षा के दिनों में तो छत से पानी टपकता है,
शिक्षकों को भी होती है परेशानी
शिक्षक भी बड़ी मुश्किल से छात्र- छात्राओं को पढ़ाते हैं
उन्हें हमेशा डर बना रहता है कि कहीं कुछ अनहोनी ना हो जाए.
कक्षा पांचवी में पढ़ने वाली ज्योति कुमारी बताती है
कि उनके ऊपर एक बार सीमेंट का छोटा सा
टुकड़ा गिर गया था टुकड़ा छोटा होने की वजह से कुछ घटना नहीं घटी.
वहीं विद्यालय में चारदीवारी नहीं होने की वजह से आए दिन विद्यालय कुछ ना कुछ चोरियां होती रहती है.
वहीं जिला शिक्षा पदाधिकारी का कहना है कि विभाग इस पर काम कर रही है जल्द ही जर्जर भवन निर्माण का आज पूरा कर लिया जाएगा.
रिपोर्ट: संजय कुमार सिंह