रांची: राजनीतिक गलियारों में इसको लेकर लगातार चर्चाएं हो रही है कि आखिर धनबाद लोकसभा सीट पर सरयू राय इतनी दिलतस्पी क्यों ले रहे हैं.
सरयू राय से जुड़े सूत्र बता चुके हैं कि वह नवरात्रा के खत्म होने के बाद इस सीट से अपनी दावेदारी पेश करेंगे लेकिन उन्हं इससे क्या लाभ मिलेगा अभी इसके लेकर कुछ भी कहना संभव नहीं है.
धनबाद के स्थानीय लोगों की मानें तो धनबाद में सरयू राय एक बाहरी के रुप में देखे जा रहे हैं उन्हें स्थानीय़ मुद्दे की सही से जानकारी नहीं है.
सरयू राय के इस राजनीतिक निर्णय को लेकर सूत्र बता रहे हैं कि सरयू राय को ऐसी उम्मीद थी कि बीजेपी उनसे किसी सीट पर उनकी उम्मीदवारी को लेकर चर्चा करेगी लेकिन बीजेपी की तरफ से इस मामले में किसी भी तरह की कोई पहल नहीं होने के बाद सरयू राय ने अपना रुख इंडिया गठबंधन की ओर किया और खुले तौर पर इंडिया गठबंधन से समर्थन मांगा पर इंडिया गठबंधन ने भी सरयू राय को समर्थन नहीं दिया. इस परिस्थिति में सरयू राय ने धनबाद में अपने लिए राजनीतिक भूमि तलाशनी शुरु कर दी.
बीजेपी के प्रत्यशी ढुलू महतो का स्थानीय स्तर पर विरोध देखकर उन्हें धनबाद में अपने लिए उम्मीद दिखी जिसके बाद वे ढुलू महतो पर लगातार हमलावर हो गए हैं और ढुलू के खिलाफ उनके द्वारा कई आरोप लगाए जा रहे हैं. सरयू राय के विरोध के बावजूद बीजेपी ने धनबाद से प्रत्याशी बदलने से इंकार कर दिया है. अब देखना है कि सरयू राय का अगला कदम क्या होगा.