Ranchi : रांची यूनिवर्सिटी राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP) 2020 के तहत चार वर्षीय स्नातक पाठ्यक्रम में छात्रों को शिक्षा के साथ-साथ हुनर (स्किल) सिखाने की पहल कर रही है। सत्र 2025-29 से दाखिला लेने वाले छात्रों को नामांकन के समय ही एक वोकेशनल कोर्स चुनना अनिवार्य होगा। यूनिवर्सिटी इस योजना को इसी सत्र से लागू करने की तैयारी में है।
Highlights
Ranchi : छात्रों में स्किल डेवलप करना उद्देश्य
योजना का उद्देश्य है कि छात्रों को पढ़ाई के साथ ऐसा व्यावसायिक ज्ञान दिया जाए जिससे वे सिर्फ नौकरी पर निर्भर न रहें, बल्कि खुद का रोजगार शुरू करने की क्षमता भी हासिल करें। इस कोर्स को पूरा करने वाले छात्रों को उनकी स्नातक डिग्री के साथ-साथ वोकेशनल कोर्स का प्रमाणपत्र (सर्टिफिकेट) भी दिया जाएगा।
Ranchi : स्वतंत्रता से कर सकेंगे कोर्स पूरा
चार वर्षीय स्नातक पाठ्यक्रम में कुल आठ सेमेस्टर होते हैं। छात्रों को यह स्वतंत्रता होगी कि वे किसी भी सेमेस्टर में वोकेशनल कोर्स पूरा कर सकते हैं, जो उनकी सुविधा व रुचि पर आधारित होगा।
Ranchi : रुचि के अनुसार चुन सकेंगे कोर्स
छात्र अपनी रुचि के आधार पर कोर्स का चयन कर सकते हैं। जैसे, किसी को योग में रुचि हो तो वह योगा सर्टिफिकेट कोर्स, टैली में रुचि हो तो टैली अकाउंटिंग कोर्स, या मोबाइल तकनीक में रुचि हो तो मोबाइल रिपेयरिंग कोर्स का चयन कर सकते हैं।
Ranchi : यूनिवर्सिटी लेगी एकेडमिक काउंसिल से स्वीकृति
इस योजना को लागू करने के लिए रांची यूनिवर्सिटी पहले अकादमिक काउंसिल से प्रस्ताव पास कराएगी, फिर अपने अधीनस्थ कॉलेजों को गाइडलाइन जारी करेगी, ताकि दाखिले के समय छात्र वोकेशनल कोर्स के लिए तैयार रहें।
रांची यूनिवर्सिटी में स्नातक में एडमिशन लेने वाले छात्रों को अपनी रुचि के अनुसार एक वोकेशनल कोर्स का चयन करना होगा। इसका उद्देश्य छात्रों में स्किल डेवलप करना है। छात्र अपनी इच्छा के अनुसार किसी भी सेमेस्टर में वोकेशनल कोर्स की पढ़ाई पूरा कर सकेंगे। – डॉ. अजीत कुमार सिन्हा, कुलपति, रांची यूनिवर्सिटी