शराबबंदी वाले बिहार में शराब बिक्री पर रोक लगाने के लिए महिलाओं ने खोला मोर्चा

मोतिहारी : खबर मोतिहारी से है जहां शराबियों एवं शराब बिक्री पर रोक लगाने को लेकर रामगढ़वा प्रखंड क्षेत्र के मुरला गांव की महिलाओं ने मोर्चा खोल दिया है। अब इस गांव में शराब की बिक्री हुई तो महिलाएं इसके लिए शासन प्रशासन को खरी खोटी सुनाएंगी। साथ ही जनप्रतिनिधियों को भी नहीं बख्शा जाएगा। बुधवार की सुबह मुरला गांव की भारी संख्या में महिलाओं ने मुखिया बबलू शाह की अध्यक्षता में एक जन चौपाल लगाया।

इन्होंने स्थानीय सरपंच समिति सदस्य और वार्ड सदस्यों को भी बुलाया गया था। महिलाओं ने चौपाल में खुलकर बोला। शराबबंदी के कानून के बावजूद इस गांव में शराब की बिक्री पर नाराजगी जताई। इनका आरोप स्थानीय चौकीदार पर भी था। इन लोगों ने कहा कि गली से लेकर रेलवे लाइन के किनारे तक शराब की खुलेआम बिक्री होती है और स्थानीय पुलिस प्रशासन को इसकी नजर नहीं लगती। जब छापेमारी होती है तो छापेमारी के पहले ही इन शराब विक्रेताओं को सूचना मिल जाती है। यह महिलाओं की इन बातों को पुरुषों ने भी सहमति प्रदान की।

महिलाओं ने शराबी पत्तियों की दास्तां भी इस चौपाल में सुनाया कहा कि 200 रुपए प्रतिदिन कमाता है और इसका शराब पी जाता है। गरीब घर परिवार में चूल्हा चौका कहां से चलेगा। इसकी उनके पतियों को चिंता नहीं रहती। बाल बच्चों की पढ़ाई और उनमें खर्च होने वाली राशि जब शराब में ही चली जाएगी तो बाल बच्चे पढ़ेंगे कैसे। मजबूरी में महिलाओं को कमाने को लेकर बाहर निकालना पड़ता है। जन चौपाल में मुखिया व अन्य जनप्रतिनिधियों ने महिलाओं के दुख दर्द का प्रस्ताव जिला में भेजने का आश्वासन दिया। उन्होंने कहा कि इसपर सख्ती बरती जाएगी। मुखिया वह अन्य जनप्रतिनिधियों ने इस काम के लिए महिलाओं का आभार प्रकट किया और उनकी प्रशंसा की।

https://22scope.com/the-morale-of-criminals-in-motihari-is-high-5-killed-in-55-hours/

राजीव रंजन की रिपोर्ट

Share with family and friends: