सीयूजे में हिन्दी भाषा और तकनीकी पर कार्यशाला का हुआ आयोजन

सीयूजे में हिन्दी भाषा और तकनीकी पर कार्यशाला का हुआ आयोजन

रांची: झारखंड केंद्रीय विश्वविद्यालय (सीयूजे) में राजभाषा प्रकोष्ठ की ओर से ‘हिंदी भाषा और तकनीकी’ विषय पर कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्वलन के साथ हुई। इस अवसर राजभाषा प्रकोष्ठ द्वारा प्रकाशित ई-पत्रिका ‘भाषा कानन’ का लोकार्पण भी किया गया। कार्यशाला का उद्घाटन करते हुए विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर केबी दास ने कहा कि भारत के विकास के लिए उपलब्ध संसाधनों में अधिकतर विदेशी भाषाओं पर निर्भर था इसलिए सर्वांगीण विकास में बाधा पड़ रही थी। अतः संपूर्ण विकास हेतु हिंदी तथा अन्य भारतीय भाषाओं को तकनीक के साथ जोड़ना आवश्यक है।

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स्वागत वक्तव्य देते हुए कुलसचिव के के राव ने तकनीकी क्षेत्र में जमीनी स्तर पर हिंदी के प्रयोग पर बल दिया। इस कार्यशाला के मुख्य वक्ता प्रो. जयंत कर शर्मा जी ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की बहुआयामी उपयोगिता पर बात करते हुए इसको हिंदी भाषा से कैसे जोड़ा जाए, भारतीय ज्ञान परंपरा के साथ साथ आधुनिक तकनीकों का प्रयोग अपनी भाषा में कैसे करें तथा प्रौद्योगिकी के दौर में संपर्क भाषा को रोजगार की भाषा कैसे बनाया जाय इस विषय पर अपनी विस्तृत राय रखी।

प्रो. देवव्रत सिंह ने ‘कंप्यूटर में हिंदी के प्रयोग’ विषय पर रखे विचार

इस कार्यशाला में ‘कंप्यूटर में हिंदी के प्रयोग’ विषय पर जनसंचार विभाग के प्रो. देवव्रत सिंह ने भाषाओं के भविष्य तैयार करने में प्रौद्योगिकी की महत्वपूर्ण भूमिका स्वीकार करते हुए बताया कि हिंदी भाषा को तकनीक के साथ तालमेल बैठाना जरूरी है। साथ ही उन्होंने हिंदी टंकण के लिए उपलब्ध कुंजीपटल के विषय में जानकारी देते हुए हिंदी टंकण में आने वाली समस्याओं के निदान के लिए उपलब्ध तकनीक पर जानकारी दी। ‘भाषा कानन’ पत्रिका के संपादक और प्रभारी हिंदी अधिकारी डॉ उपेंद्र सत्यार्थी ने पत्रिका की विशेषताओं पर प्रकाश डालते हुए कहा कि पत्रिकायें किसी भी संस्थान या समाज की आईना होती हैं।

रचनात्मक प्रतिभा को निखारने में अहम योगदान निभाती हैं। इस अवसर पर प्रो. के बी पंडा, प्रो. रत्नेश विश्वकसेन, प्रो. विमल किशोर, परीक्षा नियंत्रक बी बी मिश्रा, डॉ जगदीश सौरभ, डॉ रवि रंजन, नफीस अहमद खान आदि के साथ विश्वविद्यालय के अनेक शैक्षणिक, गैर कर्मचारीगण और विद्यार्थीगण मौजूद थे। कार्यक्रम का संचालन भुवनेश कुमार प्रधान ने और धन्यवाद ज्ञापन उप कुलसाचिव अब्दुल हलीम ने किया।आज दिनांक 21 मार्च 2024 को झारखंड केंद्रीय विश्वविद्यालय में राजभाषा प्रकोष्ठ की ओर से ‘हिंदी भाषा और तकनीकी’ विषय पर कार्यशाला आयोजन किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्वलन के साथ हुई।

 

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