पटनाः मुधबनी निवासी पद्मश्री सुभद्रा देवी को बिहार सरकार ने सम्मानित किया. सीएम नीतीश कुमार की ओर से दिल्ली की रेजिडेंट कमिश्नर आईएएस कुंदन कुमार ने शॉल पहनाकर, स्मृति चिन्ह और 2 लाख रुपए का चेक देकर सम्मानित किया. यह सम्मान बिहार दिवस 2023 पर सीएम नीतीश कुमार द्बारा दिया दिया जाना था. लेकिन किन्हीं कारणों के चलते सुभद्रा देवी उपस्थित नहीं हो सकीं. वर्तमान में वह दिल्ली में निवास कर रही हैं. सुभद्रा देवी ने रेजिडेंट कमिश्नर से यह सम्मान प्राप्त करते हुए कहा कि वह इस सम्मान के लिए सीएम नीतीश कुमार और बिहार सरकार का धन्यवाद करती हैं.
सुभद्रा देवी को वर्ष 2023 में पेपरमैसी कला के लिए पद्मश्री से सम्मानित किया गया है. पेपरमैसी की कला कागज को पानी में भीगो कर और उसे कूटकर तैयार की जाती है. मधुबनी जिले की सलेमपुर गांव की रहने वाली सुभद्रा देवी ने बचपन में दूसरों की देखा देखी पेपरमेसी की कला सीखी थीं. इस कला को देश ही नहीं, विदेशों में भी अलग पहचान मिल चुकी है.
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82 वर्षीय सुभद्रा देवी ने 15 साल की उम्र से इस कला की शुरुआत की थी. विभिन्न प्रकार से वह इस कला को आकार दे सकती हैं. अभी वह 1980 से राज्य सरकार की ओर से मान्यता प्राप्त पेपरमैसी कला से जुड़ी हुई हैं. जबकि 1991 में उनकी कला को केंद्र सरकार की ओर से अंतरराष्ट्रीय स्तर के लिए स्वीकृति दी गई.