रांची: रांची के कांके चौक के पास बुधवार शाम लगभग 3:45 बजे भाजपा ग्रामीण जिला महामंत्री और पूर्व जिला परिषद सदस्य इंद्रजीत कुमार अनिल उर्फ अनिल टाइगर की दिनदहाड़े गोली मारकर हत्या कर दी गई। इस जघन्य हत्याकांड से भाजपा और आजसू पार्टी में आक्रोश है, जिसके चलते दोनों दलों ने गुरुवार को रांची बंद का ऐलान किया है।
इस सनसनीखेज हत्या से रांची में तनाव का माहौल बन गया है। भाजपा और आजसू पार्टी ने इस हत्या की कड़ी निंदा की और इसके विरोध में गुरुवार को रांची बंद का ऐलान किया है। पार्टी कार्यकर्ताओं ने इस हत्याकांड के लिए राज्य सरकार को जिम्मेदार ठहराया और कानून व्यवस्था पर सवाल उठाए हैं।
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, अनिल टाइगर होटल की बेंच पर बैठकर मोबाइल देख रहे थे, तभी बाइक पर दो युवक आए। उनमें से एक युवक बाइक से उतरा और सीधे अनिल टाइगर के पास पहुंचा। इससे पहले कि वे कुछ समझ पाते, हमलावर ने उनके सिर पर बेहद करीब से गोली चला दी। गोली लगते ही अनिल मौके पर ही गिर पड़े। वारदात को अंजाम देने के बाद हमलावर अपने साथी के साथ बाइक पर भागने लगा।
घटना के तुरंत बाद इलाके में अफरा-तफरी मच गई। स्थानीय लोगों और पुलिस ने भाग रहे हमलावरों का पीछा किया। अपराधी रिंग रोड की ओर भागने लगे, लेकिन लोगों ने सूझबूझ दिखाते हुए सुकुरहुटू आईटीबीपी कैंप के पास उनकी बाइक को टक्कर मारकर गिरा दिया। इसके बाद दोनों हमलावर पैदल भागने लगे और फायरिंग करने लगे। जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने भी फायरिंग की, जिसमें एक अपराधी रोहित वर्मा के जांघ में गोली लग गई और वह वहीं गिर पड़ा। पुलिस ने तुरंत उसे गिरफ्तार कर लिया। हालांकि, उसका साथी अमन सिंह मौके से फरार होने में सफल रहा।
पुलिस ने गिरफ्तार अपराधी रोहित वर्मा से पूछताछ शुरू कर दी है और फरार आरोपी अमन सिंह की तलाश में छापेमारी कर रही है। पुलिस यह भी जांच कर रही है कि इस हत्या के पीछे किसी बड़े अपराधी गिरोह या राजनीतिक साजिश का हाथ तो नहीं है।
रांची बंद को लेकर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं, और पुलिस शहर के संवेदनशील इलाकों में गश्त कर रही है। इस घटना ने पूरे झारखंड में राजनीतिक सरगर्मी बढ़ा दी है, और आने वाले दिनों में इस पर और राजनीतिक प्रतिक्रियाएं देखने को मिल सकती हैं।