रांची: झारखंड राज्य के चार सरकारी विवि तथा 22 अंगीभूत कॉलेजों में 26 डिजिटल लैंग्वेज लैब के संचालन के लिए 26 प्रशिक्षक बहाल किये जायेंगे, प्रत्येक प्रशिक्षक को प्रति माह 18 हजार रुपये मानदेय मिलेंगे, इसके लिए एक वर्ष का व्यय खर्च 56 लाख 16 हजार रुपये आयेगा, जिसकी राज्य सरकार ने स्वीकृति प्रदान कर दी है.
विवि व कॉलेज आउटसोर्सिंग के तहत प्रशिक्षक नियुक्त कर सकेंगे. आउटसोर्सिंग के पद स्वीकृत नहीं समझे जायेंगे, प्रशिक्षक के लिए योग्यता निर्धारित हर लैब के लिए नियुक्त एक प्रशिक्षक की योग्यता भी निर्धारित की गयी है.
अभ्यर्थी को एमए अंग्रेजी कम से कम द्वितीय श्रेणी से उत्तीर्ण होना चाहिए, इनके पास कंप्यूटर एप्लीकेशन में कम से कम छह माह का डिप्लोमा/ सर्टिफिकेट होना जरूरी है.
साथ ही अभ्यर्थी के पास कम से कम एक वर्ष का अनुभव तथा उम्र सीमा 50 वर्ष तक होनी चाहिए, उच्च व तकनीकी शिक्षा प्रधान सचिव के अनुसार डिजिटल लैंग्वेज लैब के माध्यम से विद्यार्थियों को साक्षात्कार व रोजगारोन्मुख परिवेश के लिए तैयार करना है. अंग्रेजी भाषा के ज्ञान एवं संवाद कुशलता को उन्नत बनाना है.
इसके तहत ऑडियो-वीडियो सामग्रियों की सहायता से मॉडल उच्चारण को सुनने, दोहराने और रिकॉर्ड करने की इनफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी आधारित व्यवस्था उपलब्ध होती है.
लैब में प्रशिक्षक नियुक्त नहीं होने से लैब का उद्देश्य पूरा नहीं हो रहा था. आरयू के पीजी अंग्रेजी विभाग, बलदेव साहु कॉलेज लोहरदगा, सिमडेगा कॉलेज, बीएन जालान कॉलेज सिसई और डोरंडा कॉलेज, विभावि के जगन्नाथ जैन कॉलेज झुमरीतिलैया, संत कोलंबा कॉलेज हजारीबाग, आरके महिला कॉलेज गिरिडीह, आदर्श कॉलेज राजधनवार, चतरा कॉलेज और पीजी अंग्रेजी विभाग में डिजिटल लैंग्वेज लैब बनाया जायेगा.
इसके अलावा एनपीयू के जगजीत सिंह नामधारी कॉलेज गढ़वा व योधसिंह नामधारी महिला कॉलेज मेदिनीनगर, केयू के जेएलएन कॉलेज चक्रधरपुर, झान चंद्र जैन कॉमर्स कॉलेज चाईबासा, महिला कॉलेज चाईबासा, टाटा कॉलेज चाईबासा, काशी साहु कॉलेज सरायकेला, घाटशिला कॉलेज, लाल बहादुर शास्त्री कॉलेज जमशेदपुर व कोल्हान विवि मुख्यालय , एसकेएमयू के रमा देवी बाजला महिला कॉलेज देवघर, बीएसके कॉलेज बड़हरवा, एसपी महिला कॉलेज दुमका, कुमार कालीदास मेमोरियल कॉलेज पाकुड़ और संताल एकेडमी दुमका में डिजिटल लैंग्वेज लैब बनाया जायेगा.