एक्सप्रेसवे निर्माण कंपनी के कैंप पर फायरिंग, मामले में 4 बदमाश गिरफ्तार

एक्सप्रेसवे निर्माण कंपनी के कैंप पर फायरिंग, मामले में 4 बदमाश गिरफ्तार

औरंगाबाद : औरंगाबाद-हरिहरगंज मुख्य पथ एनएच-139 एरका कोलोनी धनीबार गांव के पास स्थित एक्सप्रेसवे निर्माण कंपनी के कैंप पर फायरिंग मामले में पुलिस ने चार बदमाशों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार सभी बदमाश झारखंड के पलामू जिला के हैं। गिरफ्तार बदमाशों में सतबरवा थाना क्षेत्र के कुशीकर्मा गांव निवासी सूरज सिंह पिता नर्मदेश्वर सिंह, छतरपुर थाना क्षेत्र के नावाबाजार गांव निवासी ऋषिराज उर्फ ऋषिकांत मेदनी नगर थाना क्षेत्र के बैरिया गांव निवासी चेतन सिंह पिता संतोष सिंह और नगर थाना क्षेत्र के बेलवां गांव निवासी अर्जून सिंह उर्फ कन्हैया पिता अजीत सिंह शामिल हैं। पुलिस ने गिरफ्तार बदमाशों के पास से दो देसी कट्टा, सात कारतूस, दो बाइक और दो मोबाइल जब्त किया है।

एसपी अंबरीष राहुल ने बताया कि 23 दिसंबर की रात्रि करीब आठ बजे पीएनसी कंपनी के कैंप पर फायरिंग की घटना हुई थी। फायरिंग के दौरान बदमाशों ने एक पर्चा फेंक कर झारखंड की ओर बाइक से फरार हो गए थे। इस घटना का राजफाश को लेकर सदर एसडीपीओ संजय कुमार पांडेय के नेतृत्व में एसआइटी का गठन किया गया था। एसआइटी के द्वारा इस घटना का राजफाश करते हुए फायरिंग की घटना में शामिल सभी चारों बदमाशों को गिरफ्तार किया गया है। एसपी ने बताया कि गिरफ्तार सभी बदमाश पलामू के शुभम सिंह गिरोह के सदस्य हैं। यह गिरोह कुणाल सिंह से जुड़ा है। कुणाल की हत्या वर्ष 2020 में हो गई थी इसके बाद इस गिरोह का संचालन शुभम सिंह करने लगा। शुभम के कहने पर ही चारों बदमाशों ने कंपनी के कैंप पर फायरिंग करने पहुंचे थे। इस कार्य के लिए शुभम ने सूरज और ऋषिकांत को 10 हजार रुपये भी दिया था।

यह भी देखें :

उन्होंने बताया कि घटना में शामिल अन्य बदमाशों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है। एसपी ने बताया कि गिरफ्तार सूरज पलामू के पाटन और तरहसी थाना क्षेत्र के तीन आपराधिक मामले में आरोपित हैं। वहीं अर्जून अंबा थाना के आर्म्स एक्ट के एक मामले में आरोपित है। अन्य बदमाशों का आपराधिक रिकार्ड खंगाला जा रहा है। बता दें कि पीएनसी कंपनी वाराणसी से रांची कोलकाता तक बनने वाली ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे का कार्य करा रही है। बताया जाता है कि बदमाशों को पकड़ने में पलामू एसपी रेशमा रमेशम की टीम ने अहम भूमिका निभाई है।

यह भी पढ़े : लछमीपुर गांव बिहार का पहला शराब मुक्त गांव घोषित

Share with family and friends: