नए साल में आतंक का सरेंडर
RANCHI: भाकपा माओवादियों के बडे नक्सलियों ने मुख्यधारा से जुड़ने का फैसला लेते हुए पुलिस के सामने आत्मसमर्पण किया है. मिसिर बेसरा दस्ते के 8 नक्सलियों ने आतंक का साथ छोड़ दिया है.
समर्पण करने वाले सभी नाक्सली 18 से 22 की उम्र के
एक करोड़ का इनामी पोलितब्यूरो सदस्य मिसिर बेसरा के साथी हैं सभी माओवादी. सरेंडर करने वालों में जयराम बोदरा, सरिता उर्फ मंगली सरदार, सोमवारी कुमारी, मारतम अंगरिया, तूंगीर पूर्ति, पातर कोड़ा, कुसनु, संजू पूर्ति ने पुलिस के सामने हथियार डाला. सभी की उम्र करीब 18 से 22 वर्ष के बीच है.
झारखंड पुलिस, सीआरपीएफ सहित अन्य केंद्रीय अर्धसैनिक बलों द्वारा ऑपरेशन अक्टूबर, ऑपरेशन- ऑपरेशन और अन्य अभियान चलाए गए जिससे वर्ष 2022 में कोर एरिया में कुल 22 नए सुरक्षा कैंप स्थापित किए गए. बढ़ती तपिश की वजह से कुल 419 नक्सलियों की गिरफ्तारी हुई जिसमें 2 स्पेशल एरिया कमेटी सदस्य, पांच जोनल कमांडर, 12 सब जोनल कमांडर, 17 एरिया कमांडर को भी गिरफ्तार किया गया.
हरियाली की तरफ बढ़ता जा रहा आतंक का बदनुमा दाग
लाल आतंक के बदनुमा दाग से बदनाम झारखंड की धरती
अब तेज़ी से हरियाली की तरफ बढ़ती जा रही है और राज्य में
एक्टिव नक्सलियों का कुनबा लगातार कमजोर होता जा रहा है.
झारखंड पुलिस और सीआरपीएफ के ज्वाइंट ऑपरेशन उनकी
कमर तोड़ रहे हैं तो वहीं झारखंड सरकार के आत्मसमर्पण नीति उन्हें मुख्यधारा में आने का मौका प्रदान कर रही.
रिपोर्ट: मदन