औरंगाबादः जिले के दाउदनगर स्थित नर्सिंग कॉलेज के संचालक संजय मेहता पर धोखाधड़ी करने का आरोप लगाते हुए युवतियों ने दाउदनगर थाना में आवेदन दिया. जिसमें भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष संजय मेहता पर आरोप लगाया गया है. राखी कुमारी एंव अन्य युवतियों ने एक संयुक्त हस्ताक्षरित आवेदन दाउदनगर थाना को दिया. आवेदन में आरोप लगाया गया है कि मेहता द्वारा दाउदनगर में नर्सिंग कॉलेज खोला गया है. जिसमें प्रति छात्र दो लाख रुपए डोनेसन सिंगरौली नर्सिंग कॉलेज में जीएनएम कोर्स में नामांकन के लिए गए थे. लेकिन कॉलेज में फर्स्ट सेमेस्टर की परीक्षा देने गए तो प्रवेश पत्र भानमती नर्सिंग कॉलेज सिद्धि (मध्य प्रदेश) का दिया गया. जबकि उन लोगों का नामांकन पत्र सिंगरौली नर्सिंग कॉलेज का दिया गया था.
आवेदन में कहा गया है कि जब वे लोग भानमती नर्सिंग कॉलेज गए तो वहां के प्रिंसिपल के द्वारा कॉलेज का पहला छात्र बताया गया साथ ही उन्हों ने यह भी कहा कि अभी मेरा कॉलेज आईएनएससी से मान्यता प्राप्त नहीं है. जबकि छात्रों का कहना है कि संजय मेहता के द्वारा बताया गया था कि कॉलेज आईएनसी से मान्यता प्राप्त है. लेकिन ऐसा नहीं था जिसके कारण हम लोगों ने परीक्षा नहीं दिया और वापस घर आ गए. वहीं छात्रा राखी कुमारी ने आरोप लगाया है कि जब पैसा मांगने उनके घर पर गई, तो उसके साथ मारपीट किया गया. उसका मोबाइल छीन लिया गया. साथ ही धक्का मार कर घर से निकाल दिया गया.
जब इस मामले को लेकर दाउदनगर थानाध्यक्ष अंजनी कुमार से बात किया गया तो उसने बताया कि आवेदन की जांच पड़ताल की जा रही है. जब इस मामले पर भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष संजय मेहता से बात किया गया तो उन्होंने इस आरोप को गलत एवं निराधार बताया है. उन्होंने कहा कि छात्र पूरी तरह से भ्रमित हो गए हैं. उनके साथ कोई धोखाधड़ी नही किया गया है. उन्होंने यह भी बताया कि 60 छात्रों का नामांकन कराया गया था. जिनमें से 39 ने परीक्षा में भाग लिया. 21 विद्यार्थियों ने परीक्षा में भाग नहीं लिया जो दुर्भाग्य पूर्ण है. उन्होंने छात्रों से अपील किया है की दो महीने बाद पुनः इसी सेमेस्टर का परीक्षा होगी जिसमें बचे हुए छात्र उपस्थित होकर परीक्षा दे.