कोडरमाः दुधारू पशुओं के परिवहन को लेकर कोडरमा जिले में बरती जा रही सख्ती के खिलाफ दुग्ध उत्पादकों ने मोर्चा खोल दिया है। कोडरमा प्रखंड मैदान में आज दुग्ध उत्पादक संघ और मवेशियों की खरीद बिक्री करने वाले व्यवसाईयों ने बैठक की। बैठक में निर्णय लिया गया कि अगर प्रशासन के द्वारा स्थानीय दुग्ध उत्पादकों के पशुओं को एक जगह से दूसरे जगह ले जाने में पकड़ा गया तो वे लोग हड़ताल पर चले जाएंगे।
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गौ पालको और दूध उत्पादकों ने कहा कि कसाई खाने तक मवेशियों को लाने ले जाने के मामले में अब स्थानीय दूध उत्पादकों को भी परेशान किया जा रहा है। उनकी भी गाड़ियां पकड़ी जा रही है, जिससे उन्हें अपने व्यवसाय को चलाने में भी परेशानी हो रही हैं।
कागजात दिखाने के बाद भी किया जाता है परेशान
प्रशासन को पशुओं की खरीद बिक्री से जुड़े कागजात दिखाने के बाद भी उन्हें परेशान किया जा रहा है जिससे उनका व्यवसाय तो प्रभावित होता ही है, पशु भी थाने में खड़े-खड़े बीमार हो जाते हैं। उन्हें न तो समय से चारा मिल पाता है और न ही दूध का उत्पादन हो पता है। दूध उत्पादक संघ के अध्यक्ष संजय यादव ने कहा कि स्थानीय दूध उत्पादकों को भी प्रशासन परेशान कर रही है, जिसे किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
वही दूध उत्पादकों ने बताया कि एक-एक दुधारू पशुओं की खरीद 60 से 70 हजार रुपए में की जाती है और सब कुछ वैधानिक होने के बावजूद भी प्रशासन को चढ़ावा चढ़ाना पड़ता है। अगर ऐसा ही चलता रहा, तो वे लोग आंदोलन करेंगे और पूरे जिले में दूध की खरीद बिक्री बंद कर दी जाएगी।