Sahni Murder Investigation Updates : सीएम नीतीश ने मुकेश सहनी से की बात, जांच में कोढ़ा गैंग और आपसी रंजिश का एंगल भी आया सामने

दरभंगा में घटनास्थल का मुआयना करते जांच अधिकारी

डिजीटल डेस्क : Sahni Murder Investigation Updates सीएम नीतीश ने मुकेश सहनी से की बात, जांच में कोढ़ा गैंग का एंगल भी आया सामने, एसआईटी हेड मौके पर पहुंची। विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) के अध्यक्ष और पूर्व मंत्री मुकेश सहनी के 75 वर्षीय पिता जीतन सहनी की नृशंस हत्या के बाद मामले की जांच के लिए गठित एसआईटी आईपीएस काम्या मिश्रा की अगुवाई में मौके पर पहुंच गई है। घटनास्थल के पीछे से एक लाल बक्सा भी मिला है जो लगातार जांच टीमों के लिए रहस्य का विषय बना हुआ है। इस बीच सीएम नीतीश कुमार ने वीआईपी प्रमुख मुकेश सहनी से मोबाइल पर संपर्क कर घटना पर गंभीर संवेदना व्यक्त की और कहा कि दुख की इस घड़ी में निजी तौर पर उनकी संवेदनाएं परिवार के साथ हैं। हत्यारों पर कड़ी कार्रवाई होगी। इसी के साथ सीएम ने बिहार के डीजीपी को मामले की गहनता से जांच करने का निर्देश दिया है। उसी क्रम में मौके पर पहुंची एसआईटी लगातार डीजीपी के सीधे संपर्क में है और जांच में लगातार सामने आ रहे नए – नए तथ्यों डीजीपी को अपडेट किया जा रहा है।

हत्या के स्टाइल से शक दरभंगा में सक्रिय कोढ़ा गैंग और आपसी रंजिश पर

डीएम राजीव रौशन भी घटनास्थल पर पहुंचे हुए हैं। एसआईटी के साथ ही फॉरेंसिक और डॉग स्क्वायड की टीमें भी मौके पर हैं एवं हर बिंदु से हत्या और उसके वजहों की कड़ियों के मिलान में जुटी हैं। एसआईटी में आईपीएस काम्या मिश्रा के साथ एसपी ग्रामीण, एसडीपीओ बिरौल, एसएचओ और विशेष टीम शामिल हैं। दोपहर तक सामने आए तथ्यों के आधार पर इस हत्याकांड के पीछे आपसी रंजिश के साथ कोढ़ा गैंग पर भी शक की सुई घूम चुकी है क्योंकि कोढ़ा गैंग के शातिर अपराधी अक्सर बड़े घर, जिनमें कम सदस्य रहते हैं उन्हें ही निशाना बनाते हैं। कोढ़ा गिरोह वाले अपने शिकार के यहां धावा बोलने के बाद उसे नृशंस तरीके से मौत के घाट उतारते हैं और फिर मौके पर लूटपाट की घटना को अंजाम देते हैं। इस गिरोह पर एसआईटी का शक इसलिए भी गहरा रहा है क्योंकि कोढ़ा गैंग दरभंगा जिले में पिछले पांच साल में 250 के करीब आपराधिक वारदातों को अंजाम दे चुका है जिसमें चेन स्नैचिंग, ठगी, सोने के जेवर साफ करने और बैंक लूट की वारदातें शामिल हैं।

बिहार पुलिस के सिरदर्द है कोढ़ा गैंग, जानिए गैंग की खास बातें..

दरभंगा में सक्रिय कोढ़ा गैंग बिहार पुलिस के लिए लंबे समय से सिरदर्द बना हुआ है। बताया जाता है कि केवल मिथिलांचल या बिहार नहीं बल्कि पूरे देश में यह गैंग फैला हुआ है। जीतन सहनी हत्याकांड के बाद यह गैंग फिर से सुर्खियों में है। इस गैंग के मेंबर यूं तो अलग-अलग इलाकों से हैं लेकिन सबसे ज्यादा बदमाश इस गैंग कटिहार जिले के जुराबगंज से हैं। लगभग 3 हजार की आबादी वाले जुराबगंज गांव के लोगों का चोरी, डकैती, चेन स्नैचिंग और ठगी करना पुश्तैनी काम है। कोढ़ा गैंग हर छोटे से बड़े अपराध करने में न केवल पारंगत है, बल्कि पुलिस को चकमा देने में भी काफी माहिर है। यहां अपराधी को उसका परिवार ही ट्रेनिंग देता है और इस गैंग के क्राइम का स्टाइल भी अलग रहता है। पलक झपकते ही गैंग के सदस्य बड़ी वारदातों को अंजाम देकर फरार हो जाते हैं। पुलिस अधिकारी अपने रिकार्ड के हवाले से इस गैंग के बारे में बताते हैं कि कोढ़ा गैंग के अपराध की वजह से लगभग हर दिन बिहार और देश की विभिन्न थानों की पुलिस यहां छापेमारी करने के लिए पहुंचती ही रहती है और भारी मात्रा में लूट का सामान भी बरामद कर ले जाती है।

दरभंगा में हत्यारों का सुराग तलाशनेे में जुटी डॉग स्क्वायड
दरभंगा में हत्यारों का सुराग तलाशनेे में जुटी डॉग स्क्वायड

घर के नौकर ने देखा सबसे पहले जीतन सहनी का क्षत-विक्षत शव

एसआईटी की ओर से राज्य पुलिस मुख्यालय को दिए गए अपडेट के मुताबिक, वीआईपी प्रमुख मुकेश सहनी के बुजुर्ग पिता जीतन सहनी की क्षत-विक्षत लाश मंगलवार सुबह सबसे पहले उनके नौकर ने देखी थी। सोमवार रात हुई हत्या के बाद मंगलवार की सुबह उनका नौकर घर पहुंचा तो उसने जीतन सहनी को शव खून से लथपथ हालत में पड़ा देखा तो भौंचक्क रह गया और शोर मचाकर पड़ोसियों को जुटाया। फिर पूरे मामले की जानकारी स्थानीय पुलिस को दी गई। सूचना मिलते ही आला पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे और देखा कि घर का पूरा सामान बिखरा पड़ा था। सूचना मिलते ही फॉरेंसिक टीम और डॉग स्क्वायड की टीमें में घटनास्थल पर पहुंचीं और जरूरी साक्ष्य जुटाना शुरू किया। एसआईटी सबसे पहले मौके पर पहुंचने वाले नौकर और घर के पास मिले लाल रंग के बक्से के बारे में भी जानकारी जुटा रही है क्योंकि उसका मानना है कि इस हत्याकांड का कोई न कोई क्लू मिल सकता है। बता दें कि विकासशील इंसान पार्टी के सुप्रीमो मुकेश सहनी के 75 वर्षीय पिता जीतन सहनी पैतृक घर दरभंगा जिले के बिरौल प्रखंड के सुपौल गांव में अकेले रहते थे। कुछ समय पहले उनकी पत्नी मीना का देहांत हो चुका है। बेटे मुकेश सहनी का अपने गांव में आना जाना कम ही होता है। ज्यादातर वह मुम्बई और पटना में ही रहते हैं। मुकेश सहनी के भाई और बहन भी मुम्बई में ही रहते हैं।

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