पटना : बिहार कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष रामजतन सिन्हा बुधवार को प्रदेश अध्यक्ष व राज्यसभा सांसद अखिलेश प्रसाद सिंह, वरिष्ठ पार्टी नेता और अन्य की उपस्थिति में राजधानी पटना के सदाकत आश्रम में विधिवत तरीके से कांग्रेस की सदस्यता ले ली। इस दौरान उनके साथ उनके बेटे अमित सिन्हा ने भी कांग्रेस ज्वाइन किया। रामजतन सिन्हा ने साल 2012 में खुद को कांग्रेस से अलग कर लिया और अब एक लंबे अंतराल के बाद विधानसभा चुनाव से ठीक पहले बेटे के साथ कांग्रेस में वापसी की है। ऐसे में यह कयास लगाए जा रहा है कि कांग्रेस विधानसभा चुनाव में रामजतन सिन्हा के बेटे को टिकट दे सकती है।
इस मौके पर प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय पर संवाददाता सम्मेलन का आयोजन किया गया जिसमें बिहार कांग्रेस अध्यक्ष डॉ. अखिलेश प्रसाद सिंह ने कहा कि प्रो. रामजतन सिन्हा दिल्ली में कांग्रेस मुख्यालय में पार्टी के वरिष्ठ नेताओं की उपस्थिति में शामिल हो चुके थे। आज उनके पार्टी में विधिवत शामिल होने की केवल प्रक्रिया की जा रही है। प्रो. सिन्हा ने कांग्रेस को बिहार में मजबूती दिया है और ये उनकी घर वापसी है। वें लगातार गांधी नेहरु की विचारधारा के प्रति समर्पित रहें हैं और प्रदेश की बेहतरी के लिए अपना सहयोग देते रहें हैं। पार्टी में उनके आने से कार्यकर्ताओं को बल मिलेगा जिससे मगध क्षेत्र में पार्टी और मजबूत स्थिति में आएगी।
प्रो. रामजतन सिन्हा को अपना अकादमिक गुरु बताते हुए उन्होंने कहा कि हम उनके छात्र रहें हैं और मेरे अध्यक्षता के दौरान उनकी वापसी हुई तो ये मेरे लिए भी गर्व और भावुक क्षण है। प्रो. रामजतन सिन्हा और उनके पुत्र अमित सिन्हा को उन्होंने सदस्यता पर्ची दिया जिसके बाद उनको मिथिला पाग और पुष्प गुच्छ देकर पार्टी में शामिल होने पर स्वागत किया गया। सदस्यता ग्रहण करने के बाद मीडिया को संबोधित करते हुए प्रो. रामजतन सिन्हा ने कहा कि मुझे वापस अपने घर में लौटर बहुत प्रसन्नता हो रही है जो कांग्रेस के विचारधारा से जुड़ जाता है उसे किसी अन्य विचारधारा के साथ जाना पसंद नहीं होता क्योंकि कांग्रेस सबको साथ लेकर चलता है और हमेशा से जनता के मुद्दों को उठाता है। राहुल गांधी निर्विवाद रूप से आने वाले समय में देश का नेतृत्व सम्भालेंगे और कांग्रेस पार्टी की स्वीकार्यता पूरे देश में बढ़ी है।
उन्होंने मीडिया के इतिहास को लेकर कहा कि पहले अखबारों को लेकर लोग बहुत गंभीर थे फिर टीवी को लेकर हो गये लेकिन कोर्पोरेट घरानों के आने के बाद इनकी लोकप्रियता कमी| राहुल गांधी की तरफ भी लोग उम्मीद से देखते हैं और उनके जैसा पढ़ा लिखा नेतृत्व विदेशों से लेकर देश के अन्दर भी बौद्धिक माहौल बना सकते हैं| उन्होंने विस्तार से बताते हुए कहा कि राहुल गांधी जनता के बीच रहना स्वीकार किया जिसके कारण आज आम लोगों की आवाज बुलंद हो पा रही है। कांग्रेस में वापसी को लेकर उन्होंने कहा कि बिहार कांग्रेस अध्यक्ष डॉ. अखिलेश प्रसाद सिंह के मेहनत को देखकर मैं प्रभावित हुआ और उनके हाथों को मजबूत करने के लिए उनके समक्ष पुन: पार्टी में शामिल हुआ ताकि आगामी चुनावों में उनका साथ दे सकूं।
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पूर्व अध्यक्ष व विधान परिषद् में दल के नेता डॉ. मदन मोहन झा ने कहा कि प्रो. रामजतन सिन्हा हमारे गुरु रहें हैं। गुरु के लिए सबसे बड़ी बात होती है कि उनके शिष्य आगे बढे और आज सौभाग्य की बात है कि हमारे गुरु रहें प्रो रामजतन सिन्हा के सामने उनके दो दो शिष्य जो वर्तमान और पूर्व अध्यक्ष हैं वें साथ में है। प्रो. रामजतन सिन्हा के आगमन से पार्टी मजबूत हुई है और उनके आने से मगध क्षेत्र में पार्टी को बल मिलेगा। वें हमेशा से जुझारू रहें हैं और जनहित के लिए संघर्षशील नेता के रूप में स्थापित रहें हैं।
पूर्व मंत्री कृपानाथ पाठक ने कहा कि प्रो रामजतन सिन्हा लगातार समाज को अपना जीवन समर्पित रखें हैं और उन्होंने पार्टी की विचारधारा के प्रति समर्पित रहें हैं। इश्वर से हम प्रार्थना करते हैं कि हमारे वर्तमान अध्यक्ष डॉ. अखिलेश प्रसाद सिंह को यूँ ही मजबूती मिलता रहे। आज के सदस्यता कार्यक्रम में कांग्रेस विधान परिषद दल के नेता डा0 मदन मोहन झा, पूर्व मंत्री कृपानाथ पाठक,विधान पार्षद डॉ. समीर कुमार सिंह, कोषाध्यक्ष निर्मलेंदु वर्मा, लाल बाबू लाल, ब्रजेश प्रसाद मुनन, शरवत जहां फातिमा और डॉ. संजय यादव मुख्य रूप से शामिल रहें।
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अविनाश सिंह की रिपोर्ट