Independence
नवादा: आजादी के 77 वर्ष बीत गए लेकिन नहीं बदली है नवादा के कुम्हरुआ और चपहेल गांव की किस्मत। ऐसा इसलिए कि इस गांव में जाने के रास्ते में एक नदी पर अब तक पुल नहीं बना है जिसकी वजह से लोगों को बारिश और बाढ़ के दिनों में पैदल ही नदी तैर कर पार करना पड़ना पड़ता है। अगर कोई बीमार हो जाए तो उस स्थिति में गांव में एंबुलेंस भी नहीं जा सकती है बल्कि लोगों को खटिया पर ले कर कंधे पर ही नदी पार करवाना पड़ता है। ऐसा ही कुछ देखने को मिला सोमवार को जब एक महिला की मौत इलाज के दौरान अस्पताल में हो गई तब।
परिजन पावापुरी में स्थित अस्पताल से शव एंबुलेंस में लेकर अपने गांव जा रहे थे लेकिन नदी में पानी में तेजधार की वजह से एंबुलेंस चालक ने आगे जाने से मना कर दिया फिर लोगों ने शव को खटिया पर ले कर नदी पार किया और गांव में जा कर उसका अंतिम संस्कार किया। स्थानीय ग्रामीण बताते हैं कि नवादा के रजौली प्रखंड अंतर्गत कुम्हरुआ और चपहेल गांव जाने के रास्ते में एक नदी है जिसका नाम है खुरी नदी। आम दिनों में इस नदी में पानी नहीं होता है लेकिन बारिश के दिनों में इस नदी में पानी आता है और पानी का रफ़्तार तेज होता है जिसकी वजह से पैदल पार करना खतरे से खाली नहीं होता है।
लोगों ने बताया कि पिछले दो दिनों से हो रही लगातार बारिश की वजह से अभी खुरी नदी में पानी भरा हुआ है और पानी की रफ़्तार तेज है। लोगों ने बताया कि सोमवार को चपहेल गांव के सुनील राजवंशी की पत्नी सुखरी देवी की पावापुरी के एक निजी अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई। महिला की मौत के बाद परिजन उसके शव को एंबुलेंस से अपने घर ले जा रहे थे लेकिन खुरी नदी में पानी होने की वजह से एंबुलेंस को बीच रास्ते में ही छोड़ना पड़ा और लोगों ने खटिया पर शव रख कर नदी पार की और गांव पहुंचे।
तब जा कर शव का अंतिम संस्कार किया जा सका। लोगों ने कहा कि हर बार चुनाव के समय नेता आते हैं और नदी पर पुल बनाने का वादा तो करते हैं लेकिन चुनाव जीतने के बाद वे हमेशा की तरह अपना वादा और इस गांव को भूल जाते हैं।
https://www.youtube.com/@22scopebihar/videos
यह भी पढ़ें- Lalu राज के बारे में युवा पीढ़ी पूछ लें अपने गार्जियन से, MP राधामोहन सिंह ने कहा…
नवादा से अनिल शर्मा की रिपोर्ट
Independence Independence Independence Independence Independence
Independence