डिजिटल डेस्क : पूर्वांचल में मेहनत करने की आवश्यकता, गोरखपुर में बोले CM Yogi। पूर्वांचल यानी पूर्वी यूपी की दशा और दिशा सुधारने को लिए CM Yogi आदित्यनाथ ने गोरखपुर दौरे पर अहम बाते कहीं।
CM Yogi ने कहा कि – ‘पूर्वान्चल हरियाली वाला क्षेत्र है। यहां गाय व भैस पर्याप्त संख्या में हैं। हमें मेहनत करने की आवश्यकता है। प्रशासन लोगों को पशुपालन के लिए प्रेरित करे। फोकस लोगों को आर्थिक तौर पर आत्मनिर्भर बनाने पर हो ताकि पूरा क्षेत्र समग्र तौर पर विकसित हो। हमें बिना किसी राग-द्वेष के आगे बढ़कर सफलता की नई कहानी लिखनी है।
…सफलता की सभी जय जयकार करते हैं, विफलता की कोई नहीं। हममें से कोई अच्छा कार्य करे, तो उसकी सराहना करनी चाहिए, लेकिन कहीं अगर सफलता नहीं मिल पा रही है, तो हमें समीक्षा करनी चाहिए। उसे और बेहतर करने की दिशा में आगे बढ़ना चाहिए। परिश्रम का कोई विकल्प नहीं है’।
पूर्वांचल की महिलाओं को डेयरी उद्यमिता का प्रशिक्षण दिलाने पर फोकस
पूर्वांचल यानी पूर्वी यूपी की माली हालत सुधारने में गृहणियों – महिलाओं की भूमिका को CM Yogi आदित्यनाथ ने अहम बताया है। सीएम योगी ने पूर्वांचल की महिलाओं को डेयरी उद्यमिता का प्रशिक्षण दिलाने पर फोकस किया है।
इसी क्रम में गोरखपुर दौरे पर CM Yogi ने कहा कि – ‘…उत्तर प्रदेश राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के निदेशक और प्रशासन बाबा गोरखनाथ कृपा मिल्क प्रोड्यूसर कम्पनी के सदस्यों को बुन्देलखण्ड क्षेत्र का भ्रमण कराएं। यहां से 10 महिलाओं को ले जाकर वहां का कार्य दिखाये और प्रशिक्षण भी कराएं।
…अगर बुंदेलखंड में बलिनी मिल्क प्रोड्यूसर कम्पनी प्रतिदिन ढाई लाख लीटर दूध का संग्रहण कर सकती है, तो बाबा गोरखनाथ कृपा मिल्क प्रोड्यूसर कम्पनी 3 लाख लीटर दूध संग्रह करने का सामर्थ्य रखती है। ऐसा करने के लिए कम्पनी को अपने शेयर होल्डर्स बढ़ाने होंगे।
…अगर वे ऐसा कर लेती है, तो कम्पनी की सरकार पर निर्भरता नहीं होगी तथा पर्याप्त लाभ प्राप्त कर अपने कार्य को बेहतर ढंग से आगे बढ़ा सकेगी’।
सीएम योगी ने गोरखपुर में सुनाया बुंदेलखंड के बलिनी मिल्क प्रोड्यूसर कम्पनी का किस्सा…
इसी क्रम में CM Yogi आदित्यनाथ ने बुंदेलखंड के बलिनी मिल्क प्रोड्यूसर कम्पनी का किस्सा सुनाते हुए उसके सफलता की गाथा से प्रेरणा लेकर काम में जुटने को कहा।
CM Yogi ने कहा कि – ‘बुन्देलखण्ड क्षेत्र में वर्ष 2019 में झांसी में बलिनी मिल्क प्रोड्यूसर कम्पनी की स्थापना के समय लोग उसकी सफलता के लिए अनेक बातें करते थें। 5 महिलाओं ने यह संस्था बनाई थी और इस कार्य को आगे बढ़ाया था। सभी को जानकर आश्चर्य होगा कि आज उनके पास 71 हजार शेयर होल्डर्स हैं। यहां प्रतिदिन 2.5 लाख लीटर दूध का संग्रहण होता है।
…बलिनी मिल्क प्रोड्यूसर कम्पनी ने अब तक 1,250 करोड़ रुपये का कारोबार किया है और 24 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ कमाया है।
…बाबा गोरखनाथ कृपा मिल्क प्रोड्यूसर कम्पनी से अपील की कि वे शेयर होल्डर्स की संख्या बढ़ाएं तथा लोगों को गाय व भैंस पालने के लिए प्रेरित करें। उनको हर गांव में एक दुग्ध समिति बनानी चाहिए और उनको अपने साथ जोड़ना चाहिए। उन्हें उनकी जरूरत के अनुसार यंत्र उपलब्ध कराना चाहिए’।
काशी मिल्क प्रोड्यूसर कम्पनी की सफलता का किस्सा भी CM Yogi ने गोरखपुर में किया साझा…
इसी क्रम में CM Yogi आदित्यनाथ ने पूर्वांचल के लोगों को प्रेरित करने को कुछ और डेयरी उद्यमिता के किस्से सुनाए। CM Yogi ने कहा कि – ‘काशी मिल्क प्रोड्यूसर कम्पनी में लगभग 30 हजार शेयर होल्डर्स हैं, जो प्रतिदिन 1 लाख लीटर से अधिक दूध का संग्रहण करते हैं। ऐसे ही आगरा की सामर्थ्य मिल्क प्रोड्यूसर कम्पनी 3 लाख लीटर प्रतिदिन दूध का संग्रहण करती है।
…आप भी अगर इस दिशा में प्रयास करेंगे, तो आपके लिए सफलता और स्वावलम्बन का नया माध्यम बनेगा। …टेक होम राशन के अन्तर्गत एचआर प्लाण्ट लगाकर 204 विकास खण्डों में महिला स्वयं सहायता समूहों द्वारा पोषाहार उत्पादन करते हुए उसकी आपूर्ति आंगनबाड़ी केन्द्रां से हो रही है।
… बाबा गोरखनाथ कृपा मिल्क प्रोड्यूसर कम्पनी के साथ ही गोरखपुर में एक फ्लैटेड फैक्ट्री का कार्य भी हो रहा है। बहुत सारे स्वयं सहायता समूह की महिलाएं इसके साथ जुड़कर जहां पर कपड़े सिलकर प्रति नग के हिसाब से धन कमा सकती हैं। इसी प्रकार प्रदेश के अन्य क्षेत्रों में भी कार्य हो रहे है।
…आप सबके सामने सफलता की नई कहानी लिखने वालों के उदाहरण भी हैं। बीसी सखी द्वारा गांवों में बैंकों से लेन-देन का कार्य किया जा रहा है। हर गांव में विद्युत सखी के माध्यम से विद्युत बिल जमा करवाने का कार्य किया जा रहा है। ‘हर घर नल योजना’ क्रियाशील है। इसके द्वारा भी सफलता की नई कहानी लिखी जा सकती है।
…किसी एक क्षेत्र को चुनिए, उसमें आपको सफलता निश्चित रूप से प्राप्त होगी। प्रधानमंत्री जी की प्रेरणा से बुन्देलखण्ड क्षेत्र में झलकारी बाई महिला किसान प्रोड्यूसर कम्पनी का गठन किया गया है। इसके द्वारा 7,531 महिलाएं विभिन्न प्रकार की खेती की मूल्य श्रृंखला संवर्धन का कार्यक्रम आगे बढ़ा रही है’।