महाकुंभ 2025 में कल्पवास करने वालों की संख्या 10 लाख पार, राहुल – प्रियंका के पहुंचने की अटकलें

महाकुंभ 2025 के दौरान संगम में स्नान करते श्रद्धालु।

प्रयागराज। महाकुंभ 2025 में कल्पवास करने वालों की संख्या 10 लाख पार, राहुल – प्रियंका के पहुंचने की अटकलें। महाकुंभ 2025 में पांचवें दिन यानी शुक्रवार तक जहां 7 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं ने संगम में पुण्य स्नान कर लिया है तो वहीं संगम  की रेती पर माह भर के लिए कल्पवास कर प्रवास के पधार चुके देशी-विदेशी श्रद्धालुओं की संख्या 10 लाख के पार हो चली है।

CM Yogi आदित्यनाथ की ओर से मेला व्यवस्थापना तंत्र से मिले फीडबैक के आधार पर इसकी पुष्टि की गई है। इसमें बताया गया कि शुक्रवार को ही अकेले 27.81 लाख श्रद्धालुओं ने संगम में डुबकी लगाई  जबकि 17.81 लाख श्रद्धालु और पहुंचे हैं।

इस बीच सियासी गलियारे से महाकुंभ 2025 को लेकर खबरों का बाजार गर्म है कि लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष कांग्रेस सांसद राहुल गंधी और उनकी बहन वायनाड की सांसद प्रियंका गांधी भी जल्द महाकुंभ में स्नान को पधार सकती हैं। हालांकि इस बारे में अभी कोई आधिकारिक कार्यक्रम की पुष्टि नहीं हुई लेकिन सियासी वार-पलटवार भी शुरू हो गया है।

महाकुंभ में 17 देशों से कल्पवास को पहुंचे सैकड़ों विदेशी श्रद्धालु

महाकुंभ में दुनिया भर के 17 देशों के विदेशी श्रद्धालु त्रिवेणी के तट पर कल्पवास करने के लिए पहुंच रहे हैं। गंगा स्नान के साथ उनकी दिनचर्या शुरू हो रही है। वह न केवल ध्यान लगा रहे हैं  बल्कि यज्ञ, हवन, योगा, ध्यान, गंगा आरती और सुबह-शाम कथा में भी शामिल हो रहे हैं। सनातन को ठीक से जानने, समझने के लिए गंगा तट पर धुनी जमा रहे हैं।

गंगा के तट पर परमार्थ निकेतन के शिविर में 52 वीआईपी कमरे, 48 टेंट लगाएं गए हैं। यहां कमरे की ऑनलाइन बुकिंग अमेरिका, लंदन, स्पेन, कनाडा, फ्रांस, पुर्तगाल समेत कई देशों के करीब 200 से अधिक विदेशियों ने की है। उनका आना भी शुरू हो गया है। वह परमार्थ निकेतन के स्वामी चिदानंद सरस्वती के साथ ही मुरारी बापू, धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री से रूबरू होंगे। 20 फरवरी तक महाकुंभ में इनका प्रवास होगा।

बता दें कि  महाकुंभ-2025 का शुभारंभ हुए एक हफ्ता होने वाला है। इस बार महाकुंभ में न केवल देश से बल्कि विदेश से भी बड़ी संख्या में लोग पहुंचे हैं। रोजाना लाखों की तादाद में श्रद्धालु संगम में डुबकी लगाने आ रहे हैं।

आरएफ रिस्ट ने बताया – महाकुंभ 2025 में घाट पर 45 मिनट बिता रहे पहुंचने वाले हर श्रद्धालु…

महाकुंभ में आने वाले श्रद्धालुओं में से प्रत्येक स्नान घाट पर औसतन 45 मिनट बिता रहे हैं। रेडियो फ्रिक्वेंसी (आरएफ) रिस्ट बैंड के जरिये जुटाए गए डाटा से यह खुलासा हुआ। आरएफ आईडी चिप युक्त रिस्ट बैंड से एकत्रित किए गए डाटा से पता चला कि मेले में मकर संक्रांति व पौष पूर्णिमा पर आए श्रद्धालुओं में से प्रत्येक ने औसतन 45 मिनट का समय स्नान घाट पर बिताया। यह समय पहुंचने से लेकर स्नान के बाद घाट से वापसी में लगा।

महाकुंभ 2025 के दौरान संगम में स्नान करते श्रद्धालु।
महाकुंभ 2025 के दौरान संगम में स्नान करते श्रद्धालु।

आरएफ रिस्ट बैंड से जुटाए गए डाटा का उपयोग मेले में आने वाले श्रद्धालुओं की कुल संख्या की गिनती में भी काम आई।  महाकुंभ मेले में आने वाले श्रद्धालुओं की वास्तविक संख्या पता लगाने के लिए इस बार तीन तरीकों का इस्तेमाल किया जा रहा है। इनमें से एक आरएफ रिस्ट बैंड डाटा एनालिसिस भी है। इसमें श्रद्धालुओं को अपनी कलाई में एक रिस्ट बैंड बांधने के लिए दिया गया।

मेला व्यवस्थापना तंत्र के मुताबिक, घाट पर श्रद्धालुओं की ओर से औसतन बिताए गए समय का पता लगने से भीड़ प्रबंधन में मदद मिलेगी। इसी आधार पर मेले में श्रद्धालुओं के प्रवेश व निकास के संबंध में निर्णय लिया जा सकेगा। यह तय किया जा सकेगा कि कब सामान्य यातायात योजना से आवागमन कराया जाना है और कब आपातकालीन यातायात योजना लागू की जानी है।

राहुल-प्रियंका के महाकुंभ स्नान को लेकर शुरू हुए सियासी वार-पलटवार को जानें…

इंडिया गठबंधन के घटक दल समाजवादी पार्टी (सपा) के मुखिया अखिलेश यादव महाकुंभ की व्यवस्थाओं पर सवाल उठा रहे हैं। इसी बीच चर्चा है कि कांग्रेस सांसद राहुल गांधी के साथ वायनाड से सांसद प्रियंका गांधी भी महाकुंभ आ सकती हैं। इसके बाद से सियासी माहौल महाकुंभ में काफी गर्म है। दोनों कांग्रेस सांसद फरवरी महीने के पहले सप्ताह में प्रयागराज महाकुंभ आ सकते हैं।

प्रियंका गांधी की फाइल फोटो
प्रियंका गांधी की फाइल फोटो

हालांकि, राहुल-प्रियंका के महाकुंभ आने पर कांग्रेस की ओर से कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है और न ही कोई कांग्रेस नेता खुलकर बोलने को तैयार है। इस बीच राहुल-प्रियंका के महाकुंभ पहुंचने के सवाल के जवाब में भाजपा नेत्री एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री साध्वी निरंजन ज्योति ने  कहा कि – ‘…उन्हें राम मंदिर प्राण-प्रतिष्ठा कार्यक्रम में बुलाया गया था, लेकिन निमंत्रण लेने से इनकार कर दिया था।

…प्रयागराज महाकुंभ में जिसकी मर्जी हो आए, न हो तो न आए। जिसकी आस्था होगी, वही आएगा। लेकिन राजनीतिकरण के लिए प्रयागराज महाकुंभ नहीं आना चाहिए।  ये (राहुल-प्रियंका) राजनीतिक डुबकी लगाने आ रहे हैं। वो भी तब आ रहे हैं, जब मोदी-योगी ने गंगा जी को स्वच्छ कर दिया है।

…सपा और कांग्रेस की सरकार में लोग गंगा जी के दर्शन करके चले जाते थे, लेकिन डुबकी नहीं लगाते थे। राजनीतिक डुबकी लगाने नहीं आना चाहिए। अगर आना है तो 10 से 15 दिन महाकुंभ में गुजारना चाहिए’।

राहुल गांधी और प्रियंका गांधी की फाइल फोटो
राहुल गांधी और प्रियंका गांधी की फाइल फोटो

दूसरी ओर इसके जवाब में यूपी कांग्रेस के प्रवक्ता अंशु अवस्थी ने कहा कि – ‘प्रयागराज और महाकुंभ से गांधी परिवार का बहुत पुराना रिश्ता है। गांधी परिवार का प्रयागराज में घर रहा है और देश की आजादी की लड़ाई भी यहीं से लड़ी गई थी। आजादी के लिए आंदोलन भी यहीं से शुरू हुए थे। साधु-संत राहुल-प्रियंका के आने का स्वागत कर रहे हैं, लेकिन छोटी मानसिकता के भाजपा वाले विरोध कर रहे हैं, उन्हें चुभन हो रही है।

…आजादी के बाद पड़ने वाले महाकुंभ की तैयारियों का जायजा लेने के लिए तत्कालीन प्रधानमंत्री पंडित लाल बहादुर शास्त्री पहुंचे थे। …सोनिया गांधी भी महाकुंभ आ चुकी हैं। आज धर्म की आड़ में राजनीति करने वाले लोग उनके (राहुल -प्रियंका) महाकुंभ आने का विरोध कर रहे हैं। भाजपा को संकीर्ण मानसिकता बदलने की जरूरत है, क्योंकि सनातन धर्म कभी किसी का विरोध नहीं करता है’।

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