प्रगति यात्रा के दौरान CM ने मुंगेर जिले को दी 438 करोड़ रुपये से अधिक की सौगात, 160 योजनाओं का किया उद्घाटन एवं शिलान्यास
मुंगेर: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बुधवार को प्रगति यात्रा के चौथे चरण में मुंगेर जिले के सदर प्रखंड के चड़ौन गांव में 438.51 करोड़ रुपये की कुल 160 विकासात्मक योजनाओं का रिमोट के माध्यम से उद्घाटन एवं शिलान्यास किया। इसमें 148.40 करोड़ रुपये की 73 योजनाओं का उद्घाटन और 290.12 करोड़ रुपये की 87 योजनाओं का शिलान्यास शामिल है।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज मुंगेर जिला के तारापुर प्रखंड में विभिन्न विकासात्मक कार्यों का जायजा लिया। इस दौरान उन्होंने रणगांव में मध्य विद्यालय, आदर्श आंगनबाड़ी केंद्र तथा जीविका पुस्तकालय का निरीक्षण किया। इस दौरान मुख्यमंत्री ने वहां की व्यवस्थाओं की जानकारी ली और बच्चों से बात कर उनका उत्साहवर्द्धन किया। मुख्यमंत्री ने वहां जल-जीवन-हरियाली अभियान के अंतर्गत बनाए गए तालाब का निरीक्षण किया। मुख्यमंत्री ने वहां विभिन्न विभागों की योजनाओं के लाभुकों को सांकेतिक चेक भी प्रदान किया।
इसके पश्चात् मुख्यमंत्री ने तारापुर प्रखंड के वंशीपुर गांव में प्रस्तावित रिंग रोड (तारापुर बाईपास पथ) का स्थलीय निरीक्षण किया। इस दौरान इसके निर्माण कार्य के बारे में अधिकारियों ने मुख्यमंत्री को विस्तृत जानकारी दी। इस पथ की कुल लंबाई 7 किमी होगी। यह प्रस्तावित पथ सुल्तानगंज-तारापुर-बेलहर (स्टेट हाईव-22) के 18 किमी पूरब एवं नहर के समानांतर नहर पथ्थ एवं निजी भूमि होते हुए मोहनगंज तक तथा पुनः मोहनगंज से ग्रामीण कार्य विभाग के पथ होते हुए तारापुर चौक से आगे सुल्तानगंज-तारापुर पथ के 22 किमी में बिहमा बाजार के पास मिलेगी। इस बाईपास के निर्माण से तारापुर चौक के पास लगनेवाली जाम की समस्या से मुक्ति मिलेगी।
इसके पश्वात् मुख्यमंत्री हवेली खड़गपुर प्रखंड के ऋषिकुंड पर्यटक स्थल पहुंचे और वहां भ्रमण कर वहां के संबंध में अधिकारियों से विस्तृत जानकारी ली। अधिकारियों ने मुख्यमंत्री को प्रस्तुतीकरण के माध्यम से ऋषिकुंड पर्यटक स्थल के विकास की रूपरेखा के संबंध में विस्तृत जानकारी दी। इस दौरान अधिकारियों ने मुख्यमंत्री को बताया कि मुंगेर जिला में पर्वत श्रृंखलाओं के मध्य गर्म जलधारा के मनोरम स्थल ऋषिकुंड में सैलानियों का आगमन हमेशा रहता है। यहां प्रत्येक तीन साल में जुलाई-अगस्त माह में मलमास मेले का आयोजन होता है। जहां भिन्न-भिन्न क्षेत्रों से श्रद्धालु गर्म जलधारा का आनंद लेने तथा तपोभूमि का दर्शन करने आते हैं।
इस दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि यह स्थल पर्यटकीय रूप से काफी महत्वपूर्ण है। ऋषिकुंड के सर्वांगीण विकास के लिए योजना बनाकर कार्य करें। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस ऋषिकुंड को और अधिक गहरा करें ताकि इसमें अधिक-से-अधिक पानी जमा रह सके ताकि लोगों को स्नान करने में सुविधा हो। ऋषिकुंड को खूब बेहतर बनाएं ताकि पर्यटक यहां आकर इसका आनंद उठा सकें। इस अवसर पर बड़ी संख्या में उपस्थित जीविका दीदियों ने जयकारा लगाकर मुख्यमंत्री का स्वागत किया, मुख्यमंत्री ने भी हाथ हिलाकर उनका अभिवादन स्वीकार किया।
इसके पश्चात् मुख्यमंत्री ने उच्च विद्यालय परिसर, नौवागढ़ी का भ्रमण किया और उच्च विद्यालय परिसर स्थित 47.14 लाख रुपये की लागत से निर्मित खेल मैदान का उद्घाटन किया। मुख्यमंत्री ने वहां उपस्थित खिलाड़ियों से बातचीत कर उनका उत्साहवर्द्धन किया। मुख्यमंत्री ने वहां गुब्बारा भी उड़ाया। इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने उच्च माध्यमिक विद्यालय, नौवागढ़ी का भी निरीक्षण किया। इस दौरान मुख्यमंत्री ने खगौल विज्ञान प्रयोगशाला का फीता काटकर और शिलापट्ट अनावरण कर उद्घाटन किया तथा प्रयोगशाला का निरीक्षण भी किया। निरीक्षण के क्रम में एक छात्रा ने खगौल विज्ञान की बारीकियों तथा टेलीस्कोप के संबंध में मुख्यमंत्री के समक्ष अपनी बातें रखी।
इसके पश्चात् सदर प्रखंड के चड़ौन गांव में मुख्यमंत्री ने जिले के विकास से संबंधित विभिन्न विभागीय स्टॉलों का निरीक्षण किया तथा रिमोट के माध्यम से विभिन्न योजनाओं का उद्घाटन एवं शिलान्यास किया। मुख्यमंत्री ने उद्योग विभाग, स्वास्थ्य विभाग, ग्रामीण विकास विभाग, कृषि विभाग, पशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग, श्रम संसाधन विभाग, समाज कल्याण विभाग और शिक्षा विभाग आदि के स्टॉलों का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने मुख्यमंत्री उद्यमी योजना, स्टार्टअप योजना, स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना और जिला गव्य विकास योजना के लाभार्थियों को सांकेतिक चेक प्रदान किया।
उन्होंने मुख्यमंत्री उद्यमी योजना के तहत 90 उद्यमियों को 1 करोड़ रुपये तथा बिहार लघु उद्यमी योजना के 80 उद्यमियों को 80 लाख रुपये का सांकेतिक चेक प्रदान किया। साथ ही मुख्यमंत्री ने विमुक्त बाल श्रमिक योजना, मुख्यमंत्री कन्या उत्थान योजना, अंतर्जातीय विवाह प्रोत्साहन योजना, समग्र गव्य विकास योजना, पठारी क्षेत्र तालाब विकास योजना के लाभुकों को सांकेतिक चेक प्रदान किया। मुख्यमंत्री ने बासगीत पर्चा भी वितरित किया।
इसके पश्चात् मुख्यमंत्री ने स्वयं सहायता समूह द्वारा लगाए गए स्टॉलों का निरीक्षण किया। इस दौरान स्वयं सहायता समूह की जीविका दीदियों द्वारा जीविकोपार्जन हेतु की जा रही विभिन्न गतिविधियों एवं उत्पादों की जानकारी ली। मुख्यमंत्री ने 2268 स्वयं सहायता समूह को 11 करोड़ 16 लाख रुपये का सांकेतिक चेक और 4310 जीविका दीदी परिवार को 70 करोड़ 24 लाख रुपये का सांकेतिक चेक प्रदान किया। दिव्यांग जनों को ट्राई साइकिल की चाबी वितरित की। साथ ही जीविका दीदियों के स्टॉल पर लगाए गए विभिन्न उत्पादों को देखा और जीविका दीदियों से बातचीत की।
मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्ष 2005 में जब हमलोगों को बिहार में काम करने का मौका मिला तो हमने देखा कि यहां स्वयं सहायता समूहों की संख्या नाम मात्र की है। हमलोगों ने विश्व बैंक से कर्ज लेकर स्वयं सहायता समूहों की संख्या बढ़ानी शुरू की। हमने ही स्वयं सहायता समूह का नाम ‘जीविका’ एवं इससे जुड़ी महिलाओं का नाम ‘जीविका दीदी’ दिया, जिससे प्रेरित होकर तत्कालीन केंद्र सरकार ने इसका नाम ‘आजीविका’ किया। इससे बिहार की महिलाओं की आर्थिक स्थिति में काफी सुधार आया है।
स्वयं सहायता समूहों से जुड़कर महिलाएं आत्मनिर्भर बन रही है। उनका पहनावा और बोलचाल भी काफी अच्छा हो गया है। वे लोगों से बेहिचक होकर बातें करने लगी हैं। मैं आप सभी जीविका दीदियों को बेहतर कार्य करने के लिए बधाई देता हूं, आपलोग बहुत आगे बढ़ें, खूब तरक्की करें। इसके पश्चात् मुख्यमंत्री ने नौवागढ़ी पंचायत सरकार भवन का निरीक्षण किया और वहां की व्यवस्थाओं की जानकारी ली। मुख्यमंत्री ने कहा कि पंचायत सरकार भवन बढ़िया बना है। इसके बन जाने से एक ही जगह पर लोगों की सभी समस्याओं का समाधान होगा और उन्हें सहूलियत होगी।
इसके बाद मुख्यमंत्री ने मुंगेर सदर अस्पताल परिसर में 32.17 करोड़ रुपये की लागत के 100 शैय्या वाले नवनिर्मित मॉडल अस्पताल का शिलापट्ट अनावरण तथा फीता काटकर उद्घाटन किया। उद्घाटन के पश्चात् मुख्यमंत्री ने नवनिर्मित मॉडल अस्पताल के विभिन्न भागों का जायजा लिया और वहां की व्यवस्थाओं के संबंध में जानकारी ली। मुख्यमंत्री ने कहा यह अस्पताल बहुत अच्छा बना है, यहां के लोगों को इलाज में और सहूलियत होगी।
इसके पश्चात् मुख्यमंत्री जिला मुख्यालय स्थित 6 करोड़ 52 लाख 17 हजार 200 रुपये की लागत के सौंदर्याकृत राजारानी तालाब का शिलापष्ट अनावरण कर लोकार्पण किया। मुख्यमंत्री ने तालाब के निरीक्षण के दौरान कहा कि यह बहुत बढ़िया बना है। तालाब की सीढ़ी का नीचे तक विस्तार करें। साथ ही इसे साफ-सुथरा और मेनटेन रखें।
कार्यक्रम के दौरान केंद्रीय पंचायती राज सह मत्स्य पालन, पशुपालन एवं डेयरी मंत्रालय के मंत्री राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह, उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी, जल संसाधन सह संसदीय कार्य मंत्री विजय कुमार चौधरी, पंचायती राज मंत्री सह मुंगेर जिला के प्रभारी मंत्री केदार प्रसाद गुप्ता, विधायक प्रणव कुमार, विधायक राजीव कुमार, विधान पार्षद लाल मोहन गुप्ता, पूर्व मंत्री शैलेश कुमार, अन्य जनप्रतिनिधिगण,
मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव दीपक कुमार, मुख्य सचिव अमृत लाल मीणा, पुलिस महानिदेशक विनय कुमार, मुख्यमंत्री के सचिव अनुपम कुमार, ग्रामीण विकास विभाग सह पर्यटन विभाग के सचिव लोकेश कुमार सिंह, मुंगेर प्रक्षेत्र के पुलिस उपमहानिरीक्षक राकेश कुमार, मुंगेर के जिलाधिकारी अवनीश कुमार सिंह, पुलिस अधीक्षक सैय्यद इमरान मसूद सहित अन्य वरीय अधिकारी एवं गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।
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पटना से महीप राज की रिपोर्ट
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