Monday, September 29, 2025

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चमोली में ग्लेशियर फटने से दबे 57 मजदूरों के सुरक्षित होने की CM धामी ने की प्रार्थना, 15 बचाए गए

डिजिटल डेस्क : चमोली में ग्लेशियर फटने से दबे 57 मजदूरों के सुरक्षित होने की CM धामी ने की प्रार्थना, 15 बचाए गए। उत्तराखंड के चमोली जिले में शुक्रवार को बड़ा प्राकृतिक हादसा हुआ है। बद्रीनाथ धाम के पास शुक्रवार को भारत-चीन (तिब्बत) सीमा क्षेत्र में माणा कैंप के पास भारी हिमस्खलन – ग्लेशियर फटने से 57 मजदूर बर्फ में दब गए।

मजदूरों को बाहर निकालने के लिए रेस्क्यू ऑपेरशन शुरू किया गया है। समाचार लिखे जाने तक 15 मजदूरों को सुरक्षित निकाल लिया गया है।

बचाए गए 3 लोगों को आईटीबीपी व सेना की मदद से सेना अस्पताल पहुंचाया जा रहा है। अन्य की तलाश जारी है। इस हादसे पर उत्तराखंड के CM पुष्कर सिंह धामी में सभी दबे मजदूरों के सुरक्षित होने की प्रार्थना की है।

बद्रीनाथ में सड़क निर्माण के दौरान हुआ हादसा

प्राप्त जानकारी के मुताबिक, भारी हिमस्खलन के दौरान फटे ग्लेशियर में दबे सभी मजदूर बद्रीनाथ धाम के पास सड़क निर्माण कार्य में लगे हुए थे। उसी दौरान यह हादसा हुआ। हादसे की सूचना मिलते ही बॉर्डर रोड ऑर्गनाइजेशन (BRO) और जिला पुलिस-प्रशासन के अधिकारी मौके पर पहुंच गए।

आनन-फानन में रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया गया।  बर्फ में दबे 10 मजदूरों को सुरक्षित निकाल लिया गया, जबकि अन्य की तलाश की जा रही है। मौके पर चमोली जिला पुलिस-प्रशासन के अधिकारी और BRO टीम के सदस्य मौजूद हैं।

क्षेत्र में मौसम खराब होने के चलते संचार सेवा ठप पड़ी है। चमोली के जिलाधिकारी संदीप तिवारी ने बताया कि माणा और माणा पास के बीच हिमस्खलन होने से मजदूरों के दबने की सूचना है।

एयर फोर्स से मदद मांगी जा रही है। सेना, आईटीबीपी रेस्क्यू में लगी है। NDRF  की टीम  को भी मूव कर दिया गया है। आईजी गढ़वाल राजीव स्वरूप ने अब तक 15 मजदूरों को निकाल लिए जाने की पुष्टि की है।

चमोली में ग्लेशियर फटने से भारी तबाही
चमोली में ग्लेशियर फटने से भारी तबाही

हादसे पर CM पुष्कर सिंह धामी ने जारी किया बयान…

प्राप्त जानकारी के मुताबिक, उत्तराखंड में शुरू होने वाले चारधाम यात्रा की तारीखों का ऐलान कर दिया गया है। उसी को देखते हुए बद्रीनाथ धाम से 3 किलोमीटर आगे माणा गांव के पास सड़क से बर्फ हटाने और उसकी मरम्मत का काम तेजी से चल रहा है।

आज शुक्रवार सुबह के समय भी एक निजी ठेकेदार के 57 मजदूर सड़क पर से बर्फ हटा रहे थे। तभी अचानक से पहाड़ पर ग्लेशियर फटा और सभी के सभी मजदूर बर्फ में दब गए।

इससे मौके पर अफरातफरी की स्थिति बनी। सूचना मिलते ही राहत और बचाव कार्य में सुरक्षा एजेंसियां अपने-अपने स्तर पर समन्वय बिठाते हुए जुटीं। इस हादसे पर उत्तराखंड के CM पुष्कर सिंह धामी ने संवेदना व्यक्त करते हुए अपना बयान सोशल मीडिया पर जारी किया है।

चमोली में ग्लेशियर फटने से भारी तबाही
चमोली में ग्लेशियर फटने से भारी तबाही

अपने सोशल मीडिया हैंडल एक्स पर CM पुष्कर सिंह धामी ने लिखा – ‘जनपद चमोली में माणा गांव के निकट BRO द्वारा संचालित निर्माण कार्य के दौरान हिमस्खलन की वजह से कई मजदूरों के दबने का दुःखद समाचार प्राप्त हुआ। ITBP, BRO और अन्य बचाव दलों द्वारा राहत एवं बचाव कार्य संचालित किया जा रहा है। भगवान बदरी विशाल से सभी श्रमिक भाइयों के सुरक्षित होने की प्रार्थना करता हूं।’

ग्लेशियर फटने के बाद चमोली में जारी रेस्क्यू ऑपरेशन का दृश्य
ग्लेशियर फटने के बाद चमोली में जारी रेस्क्यू ऑपरेशन का दृश्य

सुबह 8 बजे हुई चमोली में ग्लेशियर फटने की घटना, मौके पर रेस्क्यू जारी

हादसे की सूचना मिलते ही बॉर्डर रोड ऑर्गनाइजेशन (BRO) और जिला पुलिस-प्रशासन की टीमें मौके पर पहुंचीं।

BRO के के कमांडर अंकुर महाजन ने मीडिया को हादसे की जानकारी देते हुए बताया कि – ‘माणा गांव से करीब एक किलोमीटर पहले आर्मी कैंप के पास वाली सड़क पर यह हादसा हुआ। हमें सुबह 8 बजे पहाड़ी से एवलांच यानि ग्लेशियर फटने की सूचना मिली।

…सूचना मिलते ही बचाव और रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया गया। पता चला है कि एक निजी ठेकेदार के 57 मजदूर बर्फ में दबे हैं। ये सभी मजदूर वहीं पर कैंप बना कर रह भी रहे थे और वे ही इस हादसे का शिकार हो गए हैं।

…बर्फबारी की वजह से रेस्क्यू ऑपरेशन में दिक्कत आ रही है। …फिर भी हमारी टीम मजदूरों को सकुशल बर्फ से निकालने का प्रयास कर रही है।’

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