रांची. सेंट्रल यूनिवर्सिटी ऑफ झारखंड (सीयूजे) में खेलोत्सव इंटर स्कूल स्पोर्ट्स फेस्ट 2024-25 का भव्य उद्घाटन हुआ, जिसमें खेल भावना और एथलेटिक उत्कृष्टता का जश्न मनाया गया। विश्वविद्यालय सभागार में आयोजित इस समारोह में मुख्य अतिथि उत्कर्ष कुमार, आईएएस, एसडीएम रांची के साथ प्रो. क्षिति भूषण दास, कुलपति, सीयूजे, मधुमिता कुमारी, एशियाई खेल रजत पदक विजेता (2018) और चंचल भट्टाचार्य, महेंद्र सिंह धोनी के कोच उपस्थित रहे।
समारोह की शुरुआत दीप प्रज्वलन के साथ हुई, जिसके बाद गणमान्य अतिथियों का सम्मान किया गया। इसके पश्चात सीयूजे के खेल सफर पर आधारित एक ऑडियो-विज़ुअल प्रस्तुति दिखाई गई, जिसमें 2009 से अब तक की खेल उपलब्धियों को प्रदर्शित किया गया। डॉ. राजेश कुमार, खेल प्रभारी ने खेलोत्सव 2024-25 की रूपरेखा प्रस्तुत करते हुए इसके उद्देश्यों और प्रमुख प्रतियोगिताओं पर प्रकाश डाला।
अपने संबोधन में मधुमिता कुमारी ने तीरंदाजी के महत्व पर जोर देते हुए कहा, “इस खेल ने मुझे पहचान दिलाई है और मैं देश के लिए पदक जीतने पर गर्व महसूस करती हूं। मैं सीयूजे से अनुरोध करती हूं कि भविष्य में खेलोत्सव में तीरंदाजी को शामिल किया जाए।” चंचल भट्टाचार्य ने अपने सीयूजे के अनुभवों को याद करते हुए छात्रों को खेलों में सक्रिय भागीदारी के लिए प्रेरित किया और कहा, “खेल एकाग्रता बढ़ाते हैं, अकादमिक प्रदर्शन सुधारते हैं और अनुशासन विकसित करते हैं।”
वहीं प्रकाश राम ने अतिथियों की संघर्षपूर्ण यात्रा पर प्रकाश डालते हुए अकादमिक और खेल के संतुलन को महत्वपूर्ण बताया। उन्होंने छात्रों से “खेलों के प्रति समर्पित रहने और राष्ट्र का नाम रोशन करने” का आह्वान किया। उत्कर्ष कुमार ने खेलों को तनाव कम करने और कार्यक्षमता बढ़ाने वाला बताया तथा छात्रों को अपने करियर में ईमानदारी बनाए रखने की प्रेरणा दी।
प्रो. क्षिति भूषण दास ने छात्रों की खेलों के प्रति उत्सुकता की सराहना की और खेल अवसंरचना से जुड़ी चुनौतियों को स्वीकारते हुए ‘खेलो इंडिया’ पहल की प्रशंसा की। उन्होंने लांसेट जर्नल की रिपोर्ट का हवाला देते हुए स्वस्थ जीवनशैली को अपनाने की आवश्यकता पर जोर दिया। अंत में प्रज्ञा पुष्पांजलि ने सभी अतिथियों, प्रतिभागियों और आयोजकों का आभार प्रकट करते हुए खेलोत्सव 2024-25 के सफल आयोजन की घोषणा की।