हजारीबाग: हजारीबाग के टाटी झरिया थाना क्षेत्र से एक सनसनीखेज ठगी का मामला सामने आया है। होलंग गांव निवासी परमेश्वर महतो के साथ यह वारदात उस वक्त हुई जब वे 16 अप्रैल की शाम करीब 4:30 बजे टाटी झरिया स्थित एसबीआई एटीएम से ₹5,000 निकालने पहुंचे थे।
इस दौरान चार अज्ञात युवक एटीएम में दाखिल हुए और चालाकी से उनका एटीएम कार्ड बदल दिया। यह सब इतनी तेजी से हुआ कि परमेश्वर को इसका अंदाजा तक नहीं लग सका।
बिजली गुल रहने के कारण उनका मोबाइल फोन दो दिनों तक बंद रहा। जैसे ही उन्होंने फोन चालू किया, लगातार कटने वाले पैसों के मैसेज ने उनके होश उड़ा दिए।
जब तक वे कुछ समझ पाते, उनके खाते से ₹1,70,000 गायब हो चुके थे। ट्रांजैक्शन हिस्ट्री खंगालने पर पता चला कि सबसे पहले विष्णुगढ़ में ₹5,000 की नकदी निकाली गई। इसके बाद धनबाद में ₹73,000 का ट्रांजैक्शन कर दो एसी और एक स्टेबलाइजर खरीदे गए। हैरानी की बात यह रही कि अपराधियों ने एसी की बिलिंग परमेश्वर महतो के ही नाम पर करवाई।
इसके बाद धनबाद और झरिया इलाके के एटीएम से ₹1 और ₹100 की पांच बार निकासी हुई, और अंत में रांची के रातू रोड स्थित एटीएम से आखिरी ट्रांजैक्शन दर्ज किया गया।
घटना के बाद परमेश्वर महतो शिकायत लेकर टाटी झरिया थाना पहुंचे, जहां उन्हें साइबर थाना भेजा गया। साइबर थाना, हजारीबाग ने इसे लोकल थाना का मामला बताकर लौटा दिया। अब पीड़ित पिछले कई दिनों से थानों के चक्कर लगा रहे हैं, लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है।
ओमान में इलेक्ट्रिशियन सुपरवाइजर के तौर पर काम कर चुके परमेश्वर महतो गांव में ईंट भट्ठा शुरू करने की योजना बना रहे थे। मगर अब खाते के खाली होने के बाद वे रोजमर्रा की जरूरतें पूरी करने के लिए भी संघर्ष कर रहे हैं। पीड़ित की यह हालत साइबर अपराध और तंत्र की उदासीनता का एक और उदाहरण बनकर सामने आई है।