Operation Sindoor: भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के बीच विदेश मंत्रालय ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इस दौरान विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने बताया कि पाकिस्तानी अधिकारी भारतीय हमलों में मारे गए लोगों का राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार कर रहे हैं। उन्होंने कहा, “यह भी अजीब है कि नागरिकों का अंतिम संस्कार उनके राष्ट्रीय ध्वज में लिपटे ताबूतों में किया जा रहा है और राजकीय सम्मान दिया जा रहा है।”
Operation Sindoor: पहलगाम हमला तनाव का मूल कारण
विदेश मंत्रालय ने कहा कि भारतीय सशस्त्र बलों ने गुरुवार सुबह भारतीय क्षेत्र में पाकिस्तान की ओर से किए गए मिसाइल हमले को विफल कर दिया। हालांकि, जम्मू-कश्मीर में नियंत्रण रेखा पर पाकिस्तानी गोलाबारी में महिलाओं और बच्चों समेत 16 नागरिक मारे गए। विदेश मंत्रालय ने मीडिया ब्रीफिंग में कहा कि 22 अप्रैल को पहलगाम में हुआ आतंकवादी हमला, जिसमें 26 नागरिकों की जान चली गई थी, भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ाने का मूल कारण है।
Operation Sindoor: भारत किसी भी हमले का उचित जवाब देगा
विदेश मंत्रालय ने कहा कि भारत की प्रतिक्रिया केंद्रित, संतुलित और गैर-उग्र थी। यह विशेष रूप से उल्लेख किया गया था कि पाकिस्तानी सैन्य प्रतिष्ठानों को निशाना नहीं बनाया गया था। यह भी दोहराया गया कि भारत में सैन्य ठिकानों पर किसी भी हमले का उचित जवाब दिया जाएगा।
Operation Sindoor: भारत के सैन्य ठिकानों पर हमला का प्रयास
वहीं मीडिया ब्रीफिंग के दौरान कर्नल सोफिया कुरैशी और विंग कमांडर व्योमिका सिंह ने 8 मई की सुबह ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान के खिलाफ भारत के हमलों के बारे में जानकारी दी। बताया जा रहा है कि पाकिस्तान ने ड्रोन और मिसाइलों का उपयोग करके अवंतीपुरा, श्रीनगर, जम्मू, पठानकोट, अमृतसर, कपूरथला, जालंधर, लुधियाना, आदमपुर, भटिंडा, चंडीगढ़, नल, फलौदी, उत्तरलाई और भुज सहित उत्तरी और पश्चिमी भारत में कई सैन्य ठिकानों पर हमला करने का प्रयास किया।
कर्नल सोफिया कुरैशी ने कहा, “इन हमलों को एकीकृत काउंटर यूएएस ग्रिड और वायु रक्षा प्रणालियों द्वारा निष्प्रभावी कर दिया गया। इन हमलों के मलबे अब कई स्थानों से बरामद किए जा रहे हैं, जो पाकिस्तानी हमलों की पुष्टि करती हैं।”
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